टैरिफ विवाद के बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका को जोरदार जवाब दिया है। जयशंकर ने साफ तौर पर कहा कि अमेरिका की ओर से भारत पर लगाए गए टैरिफ पूरी तरह गलत और बेवजह हैं। उन्होंने कहा कि तेल के मुद्दे को भी गलत ढंग से लोगों के सामने रखा जा रहा है।

ट्रंप प्रशासन ने भारत पर 50% का टैरिफ लगा दिया है। इसमें से 25% टैरिफ लागू हो चुका है जबकि 25% 27 अगस्त से लागू होगा। अमेरिका ने इसके पीछे वजह बताई है कि भारत रूस से तेल खरीद रहा है। जयशंकर ने भी इसका जवाब दिया है।

The Economic Times World Leaders Forum 2025 कार्यक्रम में जयशंकर ने शनिवार को कहा कि जयशंकर ने कहा कि किसानों और छोटे उत्पादकों के हितों की रक्षा करना भारत की प्राथमिकता है और इसके साथ किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

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विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा- हमारी सरकार का संकल्प है कि किसानों और छोटे उत्पादकों के हितों की रक्षा करनी है और यह ऐसी चीज है जिस पर हम समझौता नहीं कर सकते। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी स्पष्ट रूप से कह चुके हैं कि भारत किसानों, मछुआरों और पशुपालकों के हितों के साथ समझौता नहीं करेगा।

तेल खरीदने को लेकर भारत की आलोचना क्यों?

विदेश मंत्री ने कहा कि टैरिफ विवाद को तेल का मुद्दा बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब भारत की रूस से तेल और ऊर्जा खरीदने को लेकर आलोचना की जा रही है तो चीन और यूरोपीय देशों के लिए ऐसा क्यों नहीं किया जाता? जयशंकर ने कहा कि यूरोप भारत के मुकाबले कई गुना ज्यादा व्यापार रूस से करता है लेकिन इसके बाद भी भारत को निशाना बनाया जा रहा है।

अमेरिका के साथ जारी है बातचीत

विदेश मंत्री ने कहा कि भारत को अपने राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा करने के बारे में फैसला लेने का पूरा अधिकार है। उन्होंने इस बात को भी साफ किया कि भारत-अमेरिका के रिश्तों में होलिया तनाव के बीच भी दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है और देखते हैं कि आगे क्या होता है?

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सीजफायर को लेकर ट्रंप के दावे पर क्या कहा?

इस सवाल के जवाब में कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार दावा कर रहे हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के संघर्ष के दौरान सीजफायर करवाया था, जयशंकर ने सरकार का स्टैंड साफ किया। उन्होंने कहा कि पिछले 50 साल से भारत में इस बात को लेकर आम सहमति है कि भारत पाकिस्तान के साथ रिश्तों में किसी भी तरह की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने इस बात को भी खारिज किया कि भारत और अमेरिका के बीच तनाव के चलते हमारे चीन से संबंध सुधर रहे हैं।

हाल ही में जयशंकर रूस गए थे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की थी।

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