विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर ने गोवा के पणजी में विदेश मंत्रियों की SCO परिषद की बैठक को संबोधित किया। भारतीय विदेश मंत्री ने पाकिस्तानी मंत्री बिलावल भुट्टो की मौजूदगी में आतंकवाद का मुद्दा उठाया। विदेश मंत्री जयशंकर ने बिलावल भुट्टो से हाथ भी नहीं मिलाया और नमस्ते के साथ उनका अभिवादन किया।

एस जयशंकर ने गोवा में शंघाई सहयोग संगठन के सम्मेलन में शुक्रवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी का नमस्ते के साथ स्वागत किया। विदेश मंत्री जयशंकर ने हाथ मिलाने से परहेज करते हुए नमस्ते के साथ जरदारी का अभिवादन किया। जरदारी यहां SCO के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए आए हैं। बिलावल लगभग 12 वर्षों में भारत का दौरा करने वाले पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्री हैं।

सीमा पार आतंकवाद रोका जाना चाहिए- एस. जयशंकर

गोवा में SCO शिखर सम्मेलन में विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर ने कहा, “आतंकवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं हो सकता है। इसे सीमा पार आतंकवाद सहित इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में रोका जाना चाहिए। आतंकवाद का मुकाबला करना SCO के मूल जनादेशों में से एक है।” उन्होंने कहा कि आतंकवाद को हर हाल में रोकना होगा। किसी भी कीमत पर इससे समझौता नहीं किया जा सकता। टेरर फंडिंग पर लगाम लगाने की जरूरत पर भी सभी ध्यान देना होगा।

SCO की तीसरी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी को बनाने की भारत की मांग

विदेश मंत्री ने बैठक में कहा, “मुझे यह जानकर प्रसन्नता हो रही है कि एससीओ के सुधार और आधुनिकीकरण के मुद्दों पर चर्चा पहले ही शुरू हो चुकी है। मैं एससीओ की तीसरी आधिकारिक भाषा के रूप में अंग्रेजी को बनाने की भारत की लंबे समय से चली आ रही मांग के लिए सदस्य देशों का समर्थन भी चाहता हूं ताकि अंग्रेजी बोलने वाले सदस्य राज्यों के साथ गहरा जुड़ाव सक्षम करें।”

गोवा में एससीओ शिखर सम्मेलन में डॉ एस जयशंकर ने कहा कि एससीओ अध्यक्ष के रूप में हमने एससीओ पर्यवेक्षकों और संवाद भागीदारों के साथ 14 से अधिक सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए उन्हें आमंत्रित करके एक अभूतपूर्व जुड़ाव शुरू किया है।

इन देशों के विदेश मंत्री हुए बैठक में शामिल

विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर ने गोवा के पणजी में विदेश मंत्रियों की SCO परिषद की बैठक के लिए चीन के विदेश मंत्री किन गैंग, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों का स्वागत किया। ताजिकिस्तान के विदेश मंत्री सिरोजिद्दीन मुहरिद्दीन और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी मीटिंग के लिए गोवा पहुंचे। SCO परिषद की बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी और SCO महासचिव झांग मिंग भी पहुंचे।