इंडियन एक्सप्रेस के खास कार्यक्रम ‘एक्सप्रेस अड्डा’ में इस बार के मेहमान चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ रहे। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब दिए। इस दौरान CJI चंद्रचूड़ ने लोगों से जजों पर भरोसा करने का आग्रह किया।
भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश सोमवार को नई दिल्ली में आयोजित एक्सप्रेस अड्डा में मुख्य अतिथि थे और नेशनल ओपिनियन एडिटर वंदिता मिश्रा और नेशनल लीगल एडिटर अपूर्व विश्वनाथ के साथ बातचीत कर रहे थे। इस कार्यक्रम का विषय-आधुनिक भारत में न्यायपालिका की भूमिका (The Role of Judiciary in Modern India) था। इस दौरान उन्होंने 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पूजा करते हुए सीजेआई की तस्वीरों के राजनीतिक संदर्भ पर सवालों का जवाब भी दिया।
CJI ने जनता से न्यायाधीशों पर भरोसा करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच संवाद, भले ही इनमें से कुछ आदान-प्रदान सामाजिक सेटिंग्स में हों, अदालत के कामकाज की एक नियमित अनिवार्यता है। जैसा कि मैंने कहा है डील इस तरह (ऐसी बातचीत के दौरान) कभी नहीं की जाती हैं तो कृपया हम पर भरोसा करें। हम यहां सौदेबाजी करने के लिए नहीं हैं।”
डीवाई चंद्रचूड़ बोले- पीएम एक निजी कार्यक्रम में मेरे घर आए
डीवाई चंद्रचूड़ ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री एक नितांत निजी कार्यक्रम के लिए मेरे घर आए, यह कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं था। मुझे लगता है कि आप जानते हैं इसमें कुछ भी गलत नहीं था, इसका सीधा सा कारण यह है कि ये न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच, यहां तक कि सामाजिक स्तर पर भी सामान्य मीटिंग हैं।”
यह पूछे जाने पर कि क्या पीछे मुड़कर देखने पर वह अन्य न्यायाधीशों या विपक्ष के नेता को शामिल करके फ्रेम में बदलाव करना पसंद करते, जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि इस तरह तो इसने एक चयन समिति बना दिया होता। उन्होंने हंसते हुए कहा, “मैं विपक्ष के नेता को शामिल नहीं करूंगा क्योंकि यह सेंट्रल विजिलेंस कमिश्नर या सीबीआई के निदेशक की नियुक्ति के लिए चयन समिति नहीं है।”