कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सोमवार को आरोप लगाया कि हरियाणा पुलिस पुरुष कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में गैरवाजिब सवाल पूछे गए। उन्होंने दावा किया कि उन सवालों के जवाब मुख्यमंत्री और पुलिस प्रमुख भी नहीं दे सकते। उधर, खट्टर ने सुरजेवाला की चुनौती पर मजाकिया लहजे में कहा कि जब मुझे दरोगा बनना होगा, उस दिन इसके बारे में सोचूंगा।
सुरजेवाला ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर या उनके कोई भी मंत्री 30 प्रतिशत सवालों के भी जवाब दे देते हैं तो वह उन्हें सम्मानित करेंगे। सुरजेवाला ने कहा कि उम्मीदवारों से अमेरिका, रूस, एफबीआई और इंटरपोल से जुड़े प्रश्न पूछे गए। एक या दो प्रश्न हरियाणा से संबंधित थे। गैरवाजिब विषयों पर पीएचडी स्तर के प्रश्न परीक्षा और उम्मीदवारों की क्षमता के लिहाज से पूरी तरह अप्रासंगिक थे।
उन्होंने कहा कि सवाल IPC और ह्यूमन राइट्स जैसे विषयों के साथ ही हरियाणा से जुड़े होने चाहिए। उन्होंने कहा कि एचएसएससी ने अपने विज्ञापन में जिक्र किया था कि प्रश्न 12वीं कक्षा के स्तर के होंगे। लेकिन पुलिस कांस्टेबल परीक्षा में पूछे गए प्रश्न ऐसे हैं, जिनका जवाब न तो मुख्यमंत्री और न ही पुलिस प्रमुख या अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ही दे सकते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसे प्रश्न इसलिए पूछे गए, ताकि कुछ चुने हुए उम्मीदवारों को पिछले दरवाजे से प्रवेश मिल सके।
उन्होंने मांग की कि सरकार को चयन पैनल को खत्म कर फिर से परीक्षा आयोजित करनी चाहिए। ध्यान रहे कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा तीन चरणों में (31 अक्टूबर, एक नवंबर और दो नवंबर) आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि सात वर्षों में विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के 30 से अधिक प्रश्नपत्र लीक हुए हैं। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि इसके लिए एक भी व्यक्ति को दोषी नहीं ठहराया गया है। पेपर लीक से जुड़े माफियाओं का सत्ता में बैठे लोगों से एक भी संबंध उजागर नहीं हुआ है।
उधर, मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के लिए प्रश्नों के कई सेट कदाचार रोकने के लिए एचएसएससी का तरीका था। उसकी सराहना की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रश्न चाहे आसान हों या कठिन, सभी के लिए एक हैं। उसी के अनुसार योग्यता तय की जाएगी। उन्होंने दावा किया कि एचएसएससी एक स्वतंत्र निकाय है और सरकार “इसके काम में हस्तक्षेप नहीं करती है।