उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में अभी दो साल से भी ज्यादा का समय बाकी है। हालांकि, भाजपा, कांग्रेस, सपा और बसपा से अलग कुछ अन्य पार्टियों ने तीसरा मोर्चा बनाने की तैयारियां तेज कर दी हैं। इनमें एक नाम सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष और योगी कैबिनेट का हिस्सा रहे ओमप्रकाश राजभर का है, जो पिछले कुछ दिनों से लगातार अलग-अलग पार्टियों के नेताओं से मिलकर यूपी चुनाव पर रणनीति तय करने में जुटे हैं। शुक्रवार को ही उन्होंने यूपी में चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाली आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह से मुलाकात की।
दोनों नेताओं के बीच लखनऊ में काफी लंबी बातचीत चली। इस दौरान दोनों नेताओं ने प्रदेश की योगी सरकार को निशाने पर लिया। बैठक के बाद राजभर ने कहा कि सीएम योगी के राज में दूसरी जातियों के साथ भेदभाव और अन्याय हो रहा है। राजभर ने भड़कते हुए कहा कि सच कहना बगावत है तो हम लोग बागी हैं।” उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो माहौल है वैसे मे प्रदेश में सामाजिक सौहार्द, सामाजिक समरसता बनाए रखना हम सभी का मकसद है। वहीं, संजय सिंह ने राजभर की के साथ कहा कि लोकतंत्र में चुनी हुई सरकार किसी एक जाति विशेष के लिए नहीं हो सकती। सरकार को सभी वर्गों के लिए काम करना चाहिए।
तीन दिन में तीन नेताओं से मिले हैं राजभर: गौरतलब है कि ओमप्रकाश राजभर राज्य में एक तीसरे मोर्चे को खड़े करने की तैयारी में हैं। संजय सिंह से मुलाकात से पहले वे AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और पुराने समाजवादी और वर्तमान में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव से भेंट कर चुके हैं। राजभर इन नेताओं को साथ में लाकर यूपी के विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।
जातीय गणित सेट करने पर भी नजर: यूपी चुनाव से पहले अलग-अलग पार्टियों के नेताओं से मिलने पर राजभर ने कहा कि सुहेलदेव समाज पार्टी आने वाले विधानसभा चुनाव में एक सशक्त मोर्चा कायम हो सके इसके लिए अलग- अलग दलों के साथ मिलकर बातचीत कर रही है। उम्मीद है बीजेपी के सामने एक टक्कर देने वाला मोर्चा तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण, यादव समेत पिछड़े समाज के बीच यह संदेश जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में सिर्फ एक जाति की सरकार चल रही है। ब्राह्मणों के मन में गुस्सा है उनको लगता है कि उत्तर प्रदेश में एक जाति विशेष की सरकार चल रही है।