गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के पूर्व नेता लुईजिन्हो फलेरियो (Luizinho Faleiro) ने बुधवार को ममता बनर्जी की TMC का दामन थाम लिया। उन्होंने सोमवार को कांग्रेस पार्टी और विधायक पद से इस्तीफा दिया था। पार्टी छोड़कर जाते वक्त फलेरियो ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक इमोशनल लेटर लिखा था और बताया कि कैसे 2017 के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद कांग्रेस सरकार नहीं बना पायी थी।

कैसे कांग्रेस बहुमत पाने के बावजूद सरकार बनाने से चूक गई थी: साल 2017 में फरवरी में हुए चुनावों कांग्रेस के खाते में 17 सीटें आई थीं, वहीं बीजेपी को 13 सीटों पर जीत मिली थी। बहुमत के लिए 21 का आंकड़ा पाना जरूरी था। पार्टी अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में फलेरियो ने दावा किया था कि 4 विधायकों का समर्थन और हासिल कर लिया था लेकिन दिग्विजय सिंह ने 24 विधायक होने तक का इंतजार करने के लिए कहा था। इस बीच बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था और मनोहर पर्रिकर फिर एक बार राज्य के मुख्यमंत्री बन गए थे।

उल्लेखनीय है कि टीएमसी नेता डेरेक ओब्रायन ने हाल में कहा था कि उनकी पार्टी अगले साल फरवरी में होने वाला गोवा विधानसभा चुनाव लड़ेगी। TMC नेता अभिषेक बनर्जी ने इस मौके पर कांग्रेस के काम करने के तरीके पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस को कुर्सी से उठकर सड़कों पर उतरना होगा। यह उनके घर में बैठकर आराम से नहीं किया जा सकता है। हम(TMC) ऐसी पार्टी नहीं हैं जो केवल सोशल मीडिया पर सक्रिय है।

उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई कांग्रेस या किसी और राजनीतिक दल के साथ नहीं है। हमें भारत को बचाने की ज़रूत है उसके लिए भाजपा को हराना ज़रूरी है। कांग्रेस पिछले 7 साल से राष्ट्रीय विपक्षी दल है। TMC लगातार भाजपा को हराती रही है

कांग्रेस ने साधा निशाना: AICC की गोवा इकाई के प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने दावा कि ममता बनर्जी नीत TMC गोवा में वही चीज कर रही है, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल में किया था। राव ने कहा, ‘‘तृणमूल का अर्थ है-जमीनी स्तर। ममता ने जमीनी स्तर पर काम किया है, लेकिन यहां (गोवा में) जमीनी स्तर पर काम कहां है? चार्टर्ड विमान में गोवा आना, लोगों से कहना कि यदि आप हमारी पार्टी में शामिल होंगे, तो हम आपके चुनाव के लिए धन मुहैया कराएंगे… यह भाजपा की रणनीति लगती है।’’