सुप्रीम कोर्ट में अनिल अंबानी मामले में जारी अवमानना केस की सुनवाई के दौरान एरिक्शन की तरफ से आए वकील ने तंज कसा है। कंपनी के वकील दुष्यंत दवे ने कहा कि अनिल अंबानी के पास राफेल डील के लिए तो पैसा है लेकिन वह आदेश के बावजूद 550 करोड़ रुपए नहीं चुका रहे हैं। साथ ही वकील ने सवाल उठाया कि जब यह पैसे न होने की बात कह रहे हैं तो डील्स कैसे कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद अनिल अंबानी पर 550 करोड़ रुपये न चुकाने को लेकर एरिक्सन ने अवमानना का आरोप लगाया है। वहीं, दूसरी ओर अंबानी की कोर्ट में पैरवी करने वाले सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने बताया कि रिलांयस कम्यूनिकेशन अपने एसेट बेचना चाह रही थी लेकिन वह नहीं बिक पाए। इस स्थिति में अनिल अंबानी पर बकाया देने का प्रेशर नहीं डाला जा सकता है। सुनवाई के दौरान अनिल अंबानी कोर्ट में ही हाजिर थे।
बता दें कि, अनिल अंबानी की कंपनी दिवालिया होने की कगार पर है। उनकी कंपनी पर 47 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। रिलायंस कम्यूनिकेशन लिमिटेड के दीवालिया घोषित करने की अर्जी 1 फरवरी को दाखिल की जा चुकी है। रिलायंस कम्यूनिकेशन लिमिटेड ने बीते दिनों जारी कर एक बयान में कहा कि कंपनी ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल के प्रावधानों के तहत डेब्ट रिजॉलूशन प्लान पर काम करने का निर्णय लिया है। कंपनी ने कहा कि कानूनी चुनौतियों की वजह से आरकॉम को कर्ज चुकाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही उधार देने वालों के बीच सहमति नहीं बन पा रही है।
वहीं दूसरी ओर, रिलायंस कम्यूनिकेशन को जियो के खरीदने की डील भी नहीं हो पाई। इस बात की जानकारी अनिल अंबानी ने ही दी है। बताया जा रहा है कि बड़े भाई मुकेश अंबानी की कंपनी जियो द्वारा रिलायंस कम्यूनिकेशन खरीदने से अनिल अंबानी को 23 हजार करोड़ रुपए मिल सकते थे। लेकिन कंपनी के पिछले बकाए को चुकाने के लिए जिम्मेदारी लेने के सवाल पर डील नहीं हो पाई।