Arvind Kejriwal Arrest: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कोर्ट ने चार दिन और ईडी की रिमांड पर भेज दिया है। अब वह एक अप्रैल तक ईडी की रिमांड पर रहेंगे। ईडी ने कहा कि उन्हें केजरीवाल के फोन से कुछ डेटा की जांच करनी है। इसे लेकर आज आप नेता और दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय भाजपा के राजनीतिक हथियार के रूप में काम कर रहा है और वह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के फोन तक पहुंच कर आप की लोकसभा चुनाव रणनीति की जानकारी हासिल करना चाहता है।
आतिशी ने कहा कि कल राउज एवेन्यू कोर्ट में अरविंद केजरीवाल की रिमांड की सुनवाई के दौरान ईडी के वकील एएसजी एसवी राजू ने अनजाने में एजेंसी का असली मकसद कोर्ट के सामने और दुनिया के सामने रख दिया। अरविंद केजरीवाल की हिरासत को और कुछ दिन के लिए बढ़ा दिया गया क्योंकि ईडी ने कहा कि केजरीवाल ने उन्हें अपने फोन का पासवर्ड नहीं दिया है। आतिशी ने आरोप लगाया कि ईडी केजरीवाल के मोबाइल फोन की जांच करेगी। यह फोन कुछ ही समय पुराना है और नीति बनने के समय मौजूद भी नहीं था। उन्होंने कहा कि यह साबित करता है कि एजेंसी भाजपा के राजनीतिक हथियार के रूप में काम कर रही है।
ईडी नहीं बीजेपी जानना चाहती है पासवर्ड- आतिशी
केजरीवाल सरकार में मंत्री आप नेता ने कहा दरअसल यह बीजेपी है, ईडी नहीं जो जानना चाहती है कि केजरीवाल के फोन में क्या है। उन्होंने दावा किया कि ईडी केजरीवाल के नए फोन का पासवर्ड इसलिए जानना चाहते हैं कि क्योंकि इसमें आम आदमी पार्टी के द्वारा बनाई गई लोकसभा चुनाव की रणनीति, इंडिया अलांयस के नेताओं के साथ बातचीत और सोशल मीडिया प्लानिंग के बारे में जानकारी मिलेगी।
उपराज्यपाल नहीं चाहते थे कि हमारी सरकार चले
दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कल कोर्ट में सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब से ये जांच शुरू हुई तब ही से शराब घोटाला शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि जब सीएम जेल में नहीं थे, तब भी उपराज्यपाल नहीं चाहते थे कि हमारी सरकार काम करे। कल दिल्ली हाई कोर्ट ने याचिका को खारिज करते हुए कहा कि ऐसी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि अरविंद केजरीवाल अपने पद पर बने नहीं रह सकते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि ये कार्यपालिका से जुड़ा मामला है। दिल्ली के उपराज्यपाल इस मामले को देखेंगे और फिर वह राष्ट्रपति को इस भेजेंगे। इस मामले में कोर्ट की कोई भूमिका नहीं है।