ED Summons Mahua Moitra: लोकसभा चुनाव से पहले ईडी ने फेमा मामले में पूछताछ के लिए तृणमूल कांग्रेस नेता और पूर्व लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा को समन जारी किया है। साथ ही, बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी को भी ईडी ने समन भेजकर 28 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया है। मोइत्रा के सहयोगी सुहान मुखर्जी से ईडी दिल्ली में पूछताछ कर रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महुआ मोइत्रा और सुहान मुखर्जी के बीच कुछ लेनदेन जांच के दायरे में हैं। पश्चिम बंगाल के एक हाई-प्रोफाइल वकील मुखर्जी टीएमसी से जुड़े कुछ बड़े नेताओं के कानूनी मामले को संभालते हैं।
ईडी इससे पहले भी महुआ मोइत्रा को दो बार फेमा के तहत दो बार समन भेज चुकी है। हाल ही में महुआ मोइत्रा ने मामले की जांच के संबंध में ईडी के तरीके को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। हालांकि, कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था। लोकपाल के निर्देश के बाद सीबीआई ने कैश-फॉर-क्वेरी मामले में मोइत्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। लोकपाल ने मोइत्रा के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे के द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद सीबीआई को जांच के निर्देश दिए थे। साथ ही, इस मामले में सभी पहलुओं की जांच हो जाने के बाद छह महीने के भीतर रिपोर्ट भी देने के लिए कहा है।
क्या है मामला
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी के कहने पर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने दावा किया था कि ये सबूत वकील जय अनंत देहादराई द्वारा दिए गए थे। लोकसभा स्पीकर को लिखे अपने पत्र में दुबे ने कहा कि मोइत्रा ने अडानी के खिलाफ सवाल पूछने के बदले दर्शन हीरानंदानी से पैसे लिए हैं और महंगे गिफ्ट भी लिए है। साथ ही कहा कि मोइत्रा के द्वारा संसद में पूछे गए 61 में से 50 सवाल दर्शन हीरानंदानी और उनकी कंपनी के व्यवसायिक हितों को बचाने के लिए थे।
महुआ मोइत्रा ने आरोपों से किया इनकार
इस मामले पर महुआ मोइत्रा ने कहा कि उन्होंने किसी से भी रिश्वत नहीं ली है। लेकिन उन्होंने कहा कि उन्होंने पोर्टल क्रेडेंशियल्स साझा किए थे, यह तर्क देते हुए कि यह सांसदों के बीच आम बात है। साथ ही, मोइत्रा ने कहा कि उन्हें इसलिए टारगेट किया जा रहा है क्योंकि उन्होंने अडानी ग्रुप को लेकर संसद में सवाल पूछे थे।