प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को जम्मू और कश्मीर बैंक घोटाला मामले में राज्य के पूर्व वित्त मंत्री अब्दुल अहमद राथेर के बेटे हिलाल अहमद राथेर के खिलाफ कार्रवाई की। ईडी ने इस संबंध में दिल्ली, लुधियाना, जम्मू और कश्मीर समेत 17 स्थानों पर छापे मारकर तलाशी ली। ईडी ने इस कार्रवाई के बारे में जानकारी अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर करी। 177 करोड़ रुपये के इस पूरे घोटाले में ईडी के राडार पर हिलाल अहमद राथेर हैं। हिलाल ईडी से पहले सीबीआई और आयकर के भी राडार पर हैं। सीबीआई की तरफ से दर्ज एफआईआर के बाद ही ईडी ने इस मामले का संज्ञान लिया था। हिलाल के पिता अब्दुल अहमद राथेर नेशनल कॉन्फ्रेंस के बड़े नेता हैं।
हिलाल राथेर रियल एस्टेट और सूचना तकनीक के बिजनेस से जुड़ा है। पैराडाइज एवेन्यू नाम से पार्टनरशिप चलाने वाले हिलाल पर जम्मू कश्मीर बैंक के अधिकारियों के साथ मिलकर लोन की हेराफेरी का आरोप है। आयकर विभाग की जांच के मुताबिक बैंक से लिए गए 190 करोड़ रुपये के लोन मामले में गैरकानूनी तरीके से 60 करोड़ रुपये का फायदा उठाने का आरोप है। इतना ही नहीं हिलाल के ग्रुप की कंपनी ने 1.44 करोड़ रुपये की नकद लेनदेन की। इतना ही नहीं जांच में पैसे के स्रोत के बारे में भी जानकारी नहीं दी।
Enforcement Directorate (ED) conducted searches at 17 locations in Delhi, Ludhiana, Jammu & Srinagar against Hilal Ahmed Rather, son of former J&K Finance Minister Abdul Rahim Rather, in J&K Bank fraud case: ED pic.twitter.com/ZiOL3lV8up
— ANI (@ANI) August 7, 2020
फ्लैट बनाने के नाम पर लिया गया था लोन: हिलाल राथेर ने बैंक से फ्लैट बनाने के नाम पर लोन लिया था। आरोप है कि लोन लेने के बाद इसमें हेराफेरी के लिए अपने कर्मचारी के बैंक खाते का प्रयोग किया। आरोप है कि इसके बाद हिलाल अहमद राथेर ने बैंक में फर्जी सर्टिफिकेट और बिल भी जमा किए। जांच में सामने आया कि बैंक अधिकारियों ने इन सर्टिफिकेट की पुष्टि नहीं की और रकम की हेराफेर में हिलाल की मदद की। इसके लिए बैंक कर्मचारियों ने नियमों को ताक पर रख दिया। 31 दिसंबर 2017 को इसे एनपीए में तब्दील कर दिया गया।
गिरफ्तारी के बाद अस्पताल में हो गया था भर्ती: हिलाल अहमद राथेर से जुड़े लोन घोटाले के मामले में जम्मू-कश्मीर बैंक ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इसके बाद इस साल 16 जनवरी जम्मू-कश्मीर पुलिस के एंटी करप्शन ब्रांच ने हिलाल को गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि, बाद में उसने खुद को बीमार बताते हुए जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती हो गया था।