वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को दावा किया कि दो साल पहले उनकी पार्टी के पास गोवा की भाजपा नीत सरकार को गिराने का एक मौका था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी दलबदल करा कर इस तरह का कदम उठाने के खिलाफ हैं।
सिंह ने गोवा प्रदेश कार्यकारिणी समिति की बैठक में दिग्गी राजा ने कहा, उन्होंने जो कुछ अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड में किया, हम आसानी से कर सकते थे। कांग्रेस महासचिव ने दावा किया, मौजूदा सरकार (गोवा की भाजपा सरकार) के पहले दो साल में इसकी गुंजाइश थी। लोग (विधायक) दलबदल के लिए तैयार थे। सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस मनोहर पर्रीकर नीत सरकार गिरा सकती थी, लेकिन पार्टी अध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा कि दलबदल कराने में उनकी कोई रुचि नहीं है।
उन्होंने कहा, चूंकि हम गोवा विधानसभा चुनाव में हारे हैं, हम दलबदल कराने की जगह रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाना जारी रखेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी ने भाजपा के विधायकों को दलबदल के लिए उकसाने का काम करने की बजाय संयम बरता। इस बीच, सिंह ने कहा कि अगले साल गोवा में विधानसभा चुनाव में टिकट देते समय कांग्रेस उन लोगों के प्रति सतर्क रहेगी जिनपर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। उन्होंने बंद कमरे में राज्य कार्यकारिणी समिति को संबोधित करते हुए कहा, गोवा विधानसभा चुनाव में टिकट बांटते समय गोवा की राजनीति की संवेदनशीलता के चलते युवा और वृद्ध लोगों के बीच संतुलन बनाना होगा।
अगले साल प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी नेताओं को दिशा-निर्देश देने आए सिंह ने कहा कि कांग्रेस को नए चेहरे उतारने होंगे जो सक्रिय हैं। उन्होंने कहा, खुद मैं भी 38 साल की उम्र में प्रदेश कांग्रेस समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। हम हमेशा युवाओं को प्रोत्साहित करते हैं और कांग्रेस युवा चेहरे खोज रही है। सिंह ने कहा कि जहां तक गोवा का सवाल है, ब्लाक समिति की सिफारिशों को महत्त्व दिया जाएगा।