पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले समाचार एजेंसी एएनआई(ANI) को दिये एक साक्षात्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब से जुड़ा एक किस्सा सुनाया। दरअसल उनसे जब उनकी सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि मेरा पंजाब से बहुत पुराना नाता रहा है। मैं पार्टी का काम वहां से करता था। उस समय वहां आतंकवाद चरम पर था।
पीएम मोदी ने बताया, “पंजाब में पार्टी के एक कार्यक्रम से निकलते वक्त हमारी गाड़ी खराब हो गई थी। कई कोशिशों के बाद भी वह स्टार्ट नहीं हो रही थी। ऐसे में वहां पास में खेत में काम कर रहे 2-4 सरदार भाई दौड़कर आए और हमारी मदद की। इसके बाद सरदारों ने हमसे खेत में अपनी झोपड़ी में रुकने के लिए कहा।”
पीएम मोदी ने बताया कि खेत में बनी झोपड़ी में उन लोगों ने हमारे खाने की व्यवस्था की और रात रुकने के लिए कहा। इसके बाद सुबह हमारी गाड़ी ठीक करने के लिए वो लोग मैकेनिक भी लेकर आए। पीएम मोदी ने कहा, “मैंने पंजाब का दिल देखा है। सरदारों के भावों को जानता हूं मैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब कच्छ जिले के लखपत में आये भूकंप में गुरुद्वारे को भारी नुकसान हुआ था। उसे देख मुझे काफी दुख हुआ था। उसे दोबारा निर्मित करने के लिए मैंने राजस्थान से कारीगरों को बुलाया और उनसे वैसा ही गुरुद्वारा बनाने को कहा जैसा गुरुनानक देव के चरण पड़ने के दौरान था।
पीएम ने कहा कि आज कच्छ के अंदर बड़े पैमाने में हमारे सरदार परिवार खेती करते हैं। हमारी सरकार ने सरदारों के लिए कई ऐसे काम किए हैं जो अंग्रेजों के जमाने में भी नहीं हुए। हमने कई अनेक काम देश के कल्याण के लिए, सिख भाईयों की वीरता का सम्मान करने के लिए किए हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव अपनी जगह है लेकिन मैं मानता हूं कि ये मेरे देश के ये वीर जवान हैं, देश के सच्चे किसान हैं। इनके कल्याण के लिए जिनता कर सकता हूं करता रहूंगा।
वहीं सुरक्षा में हुई चूक को लेकर उन्होंने कहा, “मैंने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले को गंभीरता से देख रहा है। इस संबंध में मेरे द्वारा दिया गया कोई भी बयान जांच को प्रभावित करेगा। ऐसे में कुछ कहना सही नहीं है।”
