Citizenship Amendment Act Protests: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश भर में हो रहे प्रदर्शन के बीच अब उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक 8 साल के मासूम बच्चे की मौत की खबर है। जानकारी के मुताबिक इस मासूम की मौत बीते शुक्रवार (20-12-2019) को हुई है। यह बच्चा नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान पुलिस की लाठीचार्ज के बाद मची भगदड़ में गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। दरअसल पुलिस ने जब भीड़ पर लाठी चार्ज किया था तब वहां भगदड़ मची थी और यह मासूम भगदड़ की चपेट में आ गया था और भीड़ ने उसे बुरी तरह कुचल दिया था।

घटना के बारे में बताया जा रहा है कि यह मासूम बीते शुक्रवार को वाराणसी के धरारा इलाके में अपने दोस्तों के साथ सड़क पर खेल रहा था। इस दिन यहां इस इलाके में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन भी हो रहा था। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने जब लाठीचार्ज किया तो प्रदर्शनकारियों के बीच भगदड़ मच गई और यह बच्चा भगदड़ में कुचला गया।

मृतक बच्चे का नाम मोहम्मद शगीर बताया जा रहा है। मोहम्मद शगीर शुक्रवार की शाम घायल हो गया था और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि जब भीड़ ने उसे कुचला था तब वो बेसुध हो गया था और उसे उसी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

मृतक शगीर के पिता का नाम मोहम्मद वकील है। मोहम्मद वकील, पेशे से रसोइया हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि शुक्रवार की शाम यहां लोग शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन अचानक 4 बजे पुलिस ने लोगों को खदेड़ना और उन्हें डंडों से पीटना शुरू कर दिया। इसी दौरान भगदड़ मची और उनका बेटा इस भीड़ का शिकार हो गया। बताया जा रहा है कि शगीर अपने चारों भाइयों में सबसे छोटा था।

इस घटना में शगीर के साथ उसका 15 साल का एक साथी भी भगदड़ का शिकार हुआ है और उसका इलाज अभी अस्पताल में चल रहा है। इस मामले में जिला प्रशासन ने कहा है कि मृतक बच्चे के परिजनों को मुआवजा देने के लिए सरकार से लिखित रूप से आग्रह किया जाएगा।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत विभिन्न जिलों में सीएए के खिलाफ पिछले कुछ दिनों में काफी प्रदर्शन हुए हैं और इस प्रदर्शन में काफी हिंसा भी हुई है। आंकड़ों के मुताबिक अकेले उत्तर प्रदेश में अब तक 16 मौतें हुई हैं।