दिल्ली के द्वारका इलाके में एक राहगीर और पीसीआर वैन के कर्मियों की सतर्कता से पिछले साल की उबर टैक्सी दुष्कर्म घटना की पुनरावृत्ति टल गयी और उस टैक्सी चालक को भागकर पकड़ लिया गया जिसने एक महिला का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने का प्रयास किया था। आरोपी की पहचान नजफगढ़ के रमेश कुमार के रूप में हुयी है।
पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डेन में एक मॉल में काम करने वाली एक महिला कल रात करीब साढ़े 10 बजे द्वारका मोड़ मेट्रो स्टेशन पर उतरी और मधु विहार जाने के लिए एक टैक्सी में सवार हुयी। उसी टैक्सी में एक और यात्री सवार हुआ था जो राजापुरी में उतर गया।
डीसीपी (दक्षिण पश्चिम) आर ए संजीव ने बताया कि इसके बाद टैक्सी चालक ने गाड़ी सड़क के किनारे खड़ी कर दी और पिछली सीट पर आकर महिला के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि महिला के विरोध करने पर आरोपी रमेश कुमार ने उसके साथ मारपीट की और शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी दी।
बाद में आरोपी कुमार टैक्सी मधु विहार की ओर ले जाने लगा। इसी बीच एक राहगीर ने पीड़ित की आवाज सुनी जो मदद के लिए गुहार लगा रही थी। उस राहगीर ने नजदीकी पीसीआर वैन को इसकी सूचना दी। पुलिस ने टैक्सी का पीछा कर आरोपी को पकड़ लिया। द्वारका (उत्तर) थाने के एसएचओ एक महिला सबइंस्पेक्टर के साथ वहां पहुंचे और पीड़ित को पास के एक अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस ने पीड़ित के बयान पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं 376 (दुष्कर्म), 342 (अवैध रूप से बंधक बनाना), 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 506 (आपराधिक भयादोहन) के तहत एक मामला दर्ज किया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बलात्कार संबंधी कानून की संशोधित व्याख्या के तहत बलात्कार का मामला दर्ज किया है।
आरोपी ने कक्षा नौ तक पढाई करने के बाद स्कूल छोड़ दिया था और वह 1996 से टैक्सी चला रहा है। पिछले साल दिसंबर में उबर कैब के चालक ने 27 वर्षीय एक महिला के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया था।