न्यूटाउटन इलाके में फ्लैट दिलाने का वायदा कर बुजुर्गों को ठगने के मामले में तृणमूल कांग्रेस की सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहां को ईडी ने अगले सप्ताह पूछताछ के लिए बुलाया है। नुसरत को 12 सितंबर को केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश होने को कहा गया है। माना जा रहा है कि एजेंसी उनका बयान दर्ज करेगी। ईडी ने बुजुर्गों के एक समूह की हाल की शिकायत पर संज्ञान लेकर नुसरत जहां पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।

समूह ने एक रीयल एस्टेट कंपनी पर न्यू टाउन इलाके में फ्लैट का वादा कर इन लोगों को ठगने का आरोप लगाया है। हालांकि नुसरत जहां ने धोखाधड़ी में शामिल होने से इनकार किया था। सांसद का दावा है कि उन्होंने मार्च 2017 में ही कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था। बसिरहाट से तृणमूल की लोकसभा सदस्य नुसरत जहां ने कहा था कि उन्होंने कंपनी से लोन लिया था। ये 2017 में ब्याज समेत चुका दिया था।

ममता बनर्जी के नेताओं के खिलाफ ईडी का ये कोई नया कदम नहीं है। पिछले काफी अरसे से ईडी पश्चिम बंगाल में सक्रिय है। शिक्षक भरती घोटाले में ममता के मंत्री रहे पार्थ चटर्जी के खिलाफ एजेंसी ने कई सख्त कदम उठाए थे। पार्थ को एजेंसी ने करोड़ों रुपये कैश के साथ गिरफ्तार किया था। उनकी करीबी महिला को भी ईडी ने अरेस्ट किया था। इसके अलावा भी कई मामले हैं जिनमें ईडी तृणमूल नेताओं पर शिकंजा कस रही है।

ममता बनर्जी के खासमखास लोगों पर हाथ डालने की कोशिश में ईडी

फिलहाल ईडी का शिकंजा उन लोगों पर कसता दिख रहा है जो सीधे ममता बनर्जी से जुड़े हैं। शिक्षक भरती के मामले में एजेंसी ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी पर लगातार हाथ डालने की कोशिश कर रही है। नुसरत जहां को समन से साफ है कि एजेंसी सीएम के करीबी लोगों को घेर रही है। नुसरत जहां को ममता बनर्जी का खासा करीब माना जाता है। ममता बनर्जी की पहल पर ही नुसरत जहां ने अभिनय छोड़ राजनीति जॉइन की थी।