ईडी ने बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को समन भेजा है। यह नोटिस ‘रेलवे में नौकरी के बदले जमीन’ घोटाला मामले में भेजा गया है। उनसे पांच जनवरी 2024 को पेश होने को कहा गया है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है। इससे पहले ED ने तेजस्वी यादव को 22 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा था, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे। तेजस्वी ने ईडी के नोटिस को नियमित प्रक्रिया बताया था। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव को इस मामले में 27 दिसंबर को दिल्ली में ईडी मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है।

तेजस्वी यादव का बयान

बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने समन पर कहा, “समन में कुछ भी नया नहीं है। इन सभी एजेंसियों – ईडी, सीबीआई और आईटी विभाग – ने मुझे पहले भी कई बार बुलाया है और मैं हर बार विधिवत पेश हुआ हूं। लेकिन अब ऐसा लगता है कि यह नियमित हो गया है।” इस मामले में ईडी ने तेजस्वी यादव से 11 अप्रैल को पूछताछ की थी। लैंड फॉर जॉब केस 2004 से 2009 के बीच का है जब लालू प्रसाद केंद्रीय रेल मंत्री थे। आरोप यह है कि लालू प्रसाद ने पद पर रहते हुए परिवार को जमीन हस्तांतरित के बदले रेलवे में नौकरियां दिलवाईं। CBI ने यह भी आरोप लगाया है कि रेलवे में की गई भर्तियां भारतीय रेलवे के मानकों के दिशा निर्देशों के अनुरुप नहीं थीं। वहीं, दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित मकान संख्या D-1088 (एबी एक्सपोर्ट्स प्रा.लि.) के नाम रजिस्टर्ड है।

सीबीआई के मुताबिक इस कंपनी के मालिक तेजस्वी प्रसाद यादव और उनका परिवार है। इस संपत्ति का आज बाजार मूल्य 150 करोड़ है। इसे खरीदने में मुंबई के जेम्स और ज्वेलरी के कारोबारियों ने पैसे लगाए। कागज पर यह कंपनी का ऑफिस है, लेकिन तेजस्वी इसे अपने घर की तरह इस्तेमाल करते हैं। तेजस्वी ने 9 नवंबर 2015 को इस कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था।