प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन रोधक कानून (पीएमएलए) के तहत येस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर की 1200 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। राणा कपूर और अन्य की कुल 2,203 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की जा चुकी हैं।
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि ईडी द्वारा पीएमएलए के तहत जारी अंतरिम आदेश के तहत डीएचएफएल के प्रवर्तकों कपिल और धीरज वधावन बंधुओं की संपत्तियां भी कुर्क की गई हैं। इसके अलावा एजेंसी ने कपूर की कुछ विदेशी संपत्तियों पर भी रोक लगाई है।
ई़डी ने जिन संपत्तियों को जब्त किया है उनमें लंदन, न्यू यॉर्क और मुंबई की प्रॉपर्टी भी शामिल हैं। इसके अलावा जांच एजेंसी ने डीएचएफएल के प्रोमोटर्स वधावन ब्रदर्स की भी 1400 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। जिन संपत्तियों को जब्त किया गया है उनमें दिल्ली, मुंबई और गोवा में फार्मलैंड और रिजॉर्ट के साथ ही सेंट्रल लंदन में प्रॉपर्टी भी शामिल हैं।
इसके अलावा एजेंसी ने न्यूयॉर्क में एक 50 करोड़ की एफडी भी जब्त की है। ईडी की तरफ से इस मामले में पहली बार संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की गई है। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई ने मामले की जांच के क्रमशः मई और जून में राणा कपूर की पत्नी और दो बेटियों के खिलाफ भी आरोप पत्र दायर किया था।
सीबीआई ने डीएचएफएल प्रोमोटर कपिल वधावन की तरफ से कथित रूप से 600 करोड़ रुपये की रिश्वत मामले में पिछले महीने राणा कपूर, उनकी पत्नी बिंदू और बेटी रोशनी के खिलाफ जून में आरोपपत्र दाखिल किया था।
ईडी का आरोप है कि कपूर और उनके परिवार के सदस्यों तथा अन्य लोगों ने बैंक के जरिये बड़े कर्ज देने के लिए ‘घूस’ ली। इन लोगों ने करीब 4,300 करोड़ रुपये की अपराध की कमाई को इधर-उधर किया। बाद में यह कर्ज गैर निष्पादित आस्ति (एनपीए) बन गया। कपूर को केंद्रीय जांच एजेंसी ने मार्च में गिरफ्तार किया था। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में है।