हावड़ा की उलुबेरिया उत्तर सीट के सेक्टर 17 के इलेक्शन ऑफिसर तपन सरकार 4 EVM और वीवीपैट लेकर टीएमसी के नेता के घर चले गए। यह नेता उनका रिश्तेदार भी है। मामला सामने आने के बाद आयोग ने सेक्टर ऑफिसर को सस्पेंड कर दिया गया है और ईवीएम मशीनों को मतदान की प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, तपन सरकार रात में टीएमसी नेता के घर पर ही सोए थे। मामला उस समय सामने आया जब ग्रामीणों ने चुनाव आयोग के स्टिकर की गाड़ी को टीएमसी नेता के घर के बाहर खड़ा देखा। ग्रामीण घर के बाहर जुट गए और प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। लोगों को समझाने के लिए बीडीओ मौके पर पहुंचे तो भीड़ ने उनका भी घेराव किया।
इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को हटाया और स्थिति को नियंत्रण में लिया। घटना के बाद इलाके में केंद्रीय बलों की बड़े पैमाने पर तैनाती कर दी गई। आयोग ने उनकी इस हरकत को गंभीरता से लिया है। मामला सामने आने के बाद आयोग ने तत्काल प्रभाव से तपन सरकार को सस्पेंड कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि उन्हें इससे भी बड़ी सजा दी जा सकती है।
Sector Officer has been suspended. It was a reserved EVM that has been removed from the election process. Severe action will be taken against all involved: Election Commission of India (ECI)
EVMs and VVPATs were found at the residence of a TMC leader in Uluberia, West Bengal pic.twitter.com/IBFwmDSXeY
— ANI (@ANI) April 6, 2021
तपन सरकार का कहना है कि वह इस इलाके में देरी से पहुंचे थे। उस समय तक पोलिंग बूथ बंद हो गए थे। इस वजह से वह अपने रिश्तेदार के घर पर ही ठहर गए। उनका कहना है कि रात के वक्त वह अपने लिए दूसरी कोई सुरक्षित जगह नहीं तलाश कर सके। इसी वजह से उन्होंने रिश्तेदार के पास ठहरना उचित समझा। इसके पीछे उनकी कोई गलत सोच नहीं थी।
उलुबेरिया उत्तर सीट से बीजेपी प्रत्याशी ने टीएमसी पर चुनाव में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है। बीजेपी उम्मीदवार चिरन बेरा ने कहा कि टीएमसी के बूथ प्रेसिडेंट गौतम घोष के घर से ईवीएम और वीवीपैट मिले हैं। उनका कहना है कि टीएमसी नेता चुनाव में गड़बड़ी कर रहे हैं। उत्तर उलुबेरिया सीट से टीएमसी उम्मीदवार निर्मल माजी की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है। हालांकि, पार्टी ने बीजेपी के आरोपों को खारिज कर दिया है।
गौरतलब है कि इससे पहले 1 अप्रैल को हुए पश्चिम बंगाल और असम में दूसरे चरण के मतदान के बाद भी विवाद छिड़ गया था। उस दौरान असम के करीमगंज में एक बीजेपी प्रत्याशी की कार में ईवीएम मिली थी। मतदान के बाद मशीन को स्ट्रॉन्गरूम ले जाया जा रहा था। इसका वीडियो सामने आने के बाद आयोग ने उन 4 अफसरों को सस्पेंड कर दिया था, जो इसके लिए जिम्मेदार थे।