पूरा देश आज विजयादशमी मना रहा है। विजयादशमी के मौके पर आज नागपुर के रेशम बाग में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने शस्त्र पूजन भी किया। इस मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहे। हर साल दशहरा के अवसर पर आरएसएस के मुख्यालय में शस्त्र पूजन आयोजित किया जाता है। मोहन भागवत ने RSS स्वयंसेवकों को संबोधित भी किया। संघ प्रमुख ने कहा कि देश हर क्षेत्र में परचम लहरा रहा है।
आरएसएस 100 साल का होने जा रहा- आरएसएस
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आरएसएस 100 साल का होने जा रहा है। उन्होंने कहा, “स्वार्थ और अहंकार को लेकर विश्व में कई संघर्ष हो रहे हैं। लेकिन भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। देश का परचम हर क्षेत्र में लहरा रहा है। जम्मू कश्मीर चुनाव शांति से हुआ और भारत की दुनिया में साख बढ़ी है। वसुधैव कुटुंबकम को दुनिया मान रही है।”
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर मोहन भागवत ने कहा, “अभी-अभी पड़ोस के बांग्लादेश में जो घटित हुआ, वहां तक इस पद्धति को काम करते हुए हमने देखा है। भारत के चारों ओर के विशेषतः सीमावर्ती तथा जनजातीय जनसंख्या वाले प्रदेशों में इसी प्रकार के कुप्रयासों को हम देख रहे हैं। कुछ ताकतें तरह-तरह की चालें चलेंगी।”
मोहन भागवत ने कहा, “हर कोई महसूस करता है कि भारत दुनिया में अधिक मजबूत और सम्मानित हुआ है। हमारी परंपरा में निहित विचारों का सम्मान बढ़ा है। विश्व बंधुत्व, पर्यावरण, योग आदि के हमारे विचारों को दुनिया स्वीकार कर रही है।”
आरएसएस के शस्त्र पूजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रसिद्ध वैज्ञानिक और पद्म विभूषण से सम्मानित इसरो के पूर्व प्रमुख डॉक्टर के राधाकृष्णन रहें।नागपुर में आरएसएस के स्वयंसेवकों ने सबसे पहले पथसंचालन किया। इस दौरान स्वयंसेवक पारंपरिक ड्रेस में बैंड के साथ परेड निकालते हुए नजर आए।
मोहन भागवत ने कहा, “समाज की स्वस्थ व सबल स्थिति की पहली शर्त है सामाजिक समरसता तथा समाज के विभिन्न वर्गों में परस्पर सद्भाव। समाज के सभी वर्गों व स्तरों में व्यक्ति की व कुटुम्बों की मित्रता होनी चाहिए। यह पहल हम सभी को व्यक्तिगत तथा पारिवारिक स्तर से करनी होगी। सार्वजनिक उपयोग के व श्रद्धा के स्थल यथा मंदिर, पानी, शमशान आदि में समाज के सभी वर्गों को सहभागी होने का वातावरण चाहिए। परिस्थिति के कारण समाज के विभिन्न वर्गों की आवश्यकताएं सभी वर्गों को समझ में आनी चाहिए।”