जम्मू कश्मीर में ‘कुछ बड़ा होने वाला है’ की अटकलें पूरे जोर पर हैं। अमरनाथ यात्रा श्रद्धालुओं और पर्यटकों को घाटी से निकलने की एडवाइजरी के बाद लोगों की आशंकाओं को और बल मिला है। जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दल इस मामले में सरकार की तरफ से संसद में बयान देने की मांग के साथ ही राज्यपाल सत्य पाल मलिक से भी मुलाकात कर चुके हैं।
मौजूदा स्थिति में अलगावादी और उनसे जुड़े संगठनों में भी काफी बेचैनी देखी जा रही है। घाटी में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तान से पैसे लेने का आरोपों का सामना कर रहे सैयद अली शाह गिलानी भी अपने ट्वीट को लेकर चर्चा में आ गए हैं।
सैयद अली शाह गिलानी ने ट्वीट कर मदद मांगते हुए इस धरती पर मुसलमानों को बचाने की बात कही है। शाह ने भारत विरोधी इस ट्वीट में यह भी कहा है कि भारतीय मानव के इतिहास का सबसे बड़ा नरसंहार करने वाले हैं। उन्होंने अल्लाह से खुद को बचाने की प्रार्थना की है। गिलानी के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है।
आम आदमी पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास ने इस ट्वीट पर गिलानी को आड़े हाथ लिया है। विश्वास ने सैयद अली शाह गिलानी को पाकिस्तानी पैरासाइट यानी परजीवी कहा है। अपने ट्वीट में विश्वास ने गिलानी को कश्मीर में किए उनके कामों को याद कराया है।
उन्होंने लिखा, उन बेगुनाह चीख़ें को याद करो पाकिस्तानी पैरासाइट जो तुमने दलाली लेकर जन्नत जैसै कश्मीर में बोई हैं उन मांओं,बहनों,बेटियों, पिताओं के आँसुओं की गरमी महसूस करो खबीस जिनका सौदा तुम जैसे दर्जन भर साँपों ने दुश्मन देश से डॉलर्स में किया है !अल्लाह पाक तुम्हारा हिसाब यहीं करेगा,रुको।’
हालांकि, यह पहली बार नहीं है कि गिलानी ने पाकिस्तान की भाषा बोली हो। वह पहले भी भारत विरोधी ट्वीट और बयान देते रहे हैं। मालूम हो कि गिलानी ने 2 अगस्त को एक ट्वीट में कहा था कि भारत कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है।