केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि पुलिस चालान से ज्यादा जीवनरक्षा को प्राथमिकता दे। डॉ हर्षवर्धन उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त अंटो अल्फोंस की मौजूदगी में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली पुलिस की जिम्मेदारी कानून व्यवस्था बनाने के अलावा कोरोना काल में लोगों की जीवनरक्षा में मदद देना है।
कोरोना से बचाव के उपायों का पालन कराना और जीवनरक्षा को प्राथमिकता देना पुलिस का पहला दायित्व बनता है, जबकि चालान करना गौण विषय है। इसलिए दिल्ली पुलिस के कर्मचारियों को स्वयं को कोरोना योद्धा मानते हुए कोरोना से बचाव के उपायों का पालन कराना है।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि हम कोरोना के खिलाफ निर्णायक युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं। विजय की ओर संकल्प के साथ हम तभी आगे बढ़ सकेंगे जब हम सभी कोरोना से बचाव के साधारण उपायों का पूरी तरह पालन करेंगे। इन उपायों का पालन कराने में यदि पुलिस को थोड़ी नरमी और कभी मामूली सख्ती बरतनी पड़े तो उससे संकोच नहीं करना चाहिए।
पुलिस को अपनी कार्रवाई से जनता के मन में यह विश्वास उत्पन्न कराना है कि वह लोगों की भलाई के लिए काम करती है। इस अवसर पर समिति के 25 सक्रिय सदस्य तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।