‘दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने सपरिवार युद्धपोत आईएनएस विराट पर छुट्टियां बिताई थीं।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस आरोप पर भारतीय नौसेना ने जवाब दिया है। कहा है कि अनधिकृत/निजी यात्राएं भारतीय नौसेना के जहाजों पर मान्य नहीं होती हैं। दरअसल, इसी साल नौ मई को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक रैली में पीएम मोदी ने कहा था, “राजीव गांधी ने पीएम रहते हुए छुट्टियों के दौरान आईएनएस विराट को पर्सनल टैक्सी के तौर पर इस्तेमाल किया था।”

विपक्ष पर हमलावर होते हुए उन्होंने सवाल दागा था- दोस्तों, क्या आपने कभी सुना है कि कोई सपरिवार छुट्टियां मनाने युद्धपोत पर जाता है? कांग्रेस के सबसे बड़ी नामदार परिवार ने आईएनएस विराट इस्तेमाल किया था। इससे एक दिन पहले पीएम ने कांग्रेस को घेरते हुए एक रिपोर्ट को साझा करते हुए ट्वीट भी किया था। यह रहा उनका ट्वीटः

पीएम के उसी आरोप की सच्चाई जानने के लिए एक हिंदी न्यूज चैनल ने नौसेना के पास आरटीआई (सूचना के अधिकार) के जरिए इस बारे में जानना चाहा। ‘इंडिया टीवी’ ने पूछा था कि भारतीय नौसेना के जहाजों का कितनी बार निजी छुट्टियों के लिए इस्तेमाल किया गया और ऐसा किसने-किसने किया?

नौसेना की ओर से जवाब दिया गया, “पीएम के नाते राजीव गांधी 28 दिसंबर 1987 को त्रिवेंद्रम से आईएनएस विराट पर सवार हुए थे, जबकि 29 दिसंबर 1987 को मिनिकॉय में वह उससे उतर गए थे।” गांधी के साथ तब और कौन-कौन था? यह पूछे जाने पर जवाब मिला- सोनिया गांधी उनके साथ युद्धपोत पर सवार हुई थीं, जबकि वहां उन्होंने क्या किया, इस बारे में जानकारी संबंधित निदेशालय के पास नहीं है।

राजीव गांधी के साथ विदेशियों को भी आईएनएस विराट पर जाने की अनुमति मिली थी? इस पर नौसेना ने कहा कि उसके रिकॉर्ड में जहाज पर तब किसी विदेशी के जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इतना ही नहीं, साल 1987 में आईएनएस विराट का एक दिन का खर्चा कितना रहता था? इस प्रश्न के जवाब में नेवी ने बताया कि संबंधित निदेशालय या विभाग के पास खर्च से जुड़ा ब्यौरा नहीं है।