जदयू ने गांधी मैदान पर धर्मनिरपेक्ष गठबंधन की रैली में शामिल होने वाले लोगों के डीएनए नमूने एकत्र करने के लिए 80 केंद्र बनाये हैं जो पार्टी की शब्दवापसी अभियान का हिस्सा है। इन केंद्रों पर जदयू के कार्यकर्ता एक प्लास्टिक की छोटी थैली में इच्छुक नागरिकों के बाल एवं नाखून के नमूने एकत्र कर रहे हैं।

इस लिफाफे पर प्रधानमंत्री आवास सात रेस कोर्स रोड का पता दर्ज है और इसमें एक खंड बनाया गया है जहां इच्छुक नागरिक अपना नाम, पता लिख सकते हैं। इसके आगे लिखा है कि ‘‘मैं बिहारी होने पर गर्व महसूस करता हूं और मेरे डीएनए में कोई दोष नहीं है। लेकिन अगर आपको कोई संदेह है तब आप इसकी जांच करा सकते हैं।’’

गांधी मैदान में स्वामिमान रैली से पूर्व राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भी ट्वीट करके इसका जिक्र किया। लालू ने ट्वीट किया, ‘‘बिहार के लोग आज भाजपा को बतायेंगे कि वे टिकाऊ है और बिकाऊ नहीं हैं, हमारे डीएनए में अच्छे संस्कार हैं।’’

उल्लेखनीय है कि शब्दवापसी अभियान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुरू किया है जो उनपर मोदी की डीएनए संबंधी चुटकी का फायदा हासिल करने से संबंधित बतायी जा रही है। इस संबंध में 11 अगस्त से अभियान शुरू किया गया है और इसके तहत 50 लाख नमूने एकत्र करने का लक्ष्य है।

जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, ‘‘सभी एकत्र किये गए डीएनए प्रधानमंत्री को भेजे जायेंगे ताकि बिहार के डीएनए के बारे में जांच कर सकें।’’ जदयू के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि रैली से पहले 17 लाख नमूने एकत्र किये गए हैं।