Pahalgam Terror Attack News: तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार को पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में एक कैंडल मार्च का नेतृत्व किया। सीएम रेड्डी ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि पाकिस्तान के दो टुकड़े कर देने चाहिए। मैं पीएम मोदी से अपील करता हूं कि PoK को भारत में मिला दो। हम सब आपके साथ हैं। पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे।

एएनआई ने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के हवाले से बताया कि उन्होंने हैदराबाद में पहलगाम आतंकी हमलों के विरोध में आयोजित कैंडल मार्च में अपने भाषण के दौरान कहा, ‘हम आपसे आगे बढ़ने का आग्रह करते हैं और हम, 140 करोड़ भारतीय, आपके साथ खड़े होंगे। पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांट दो और पीओके को भारत में मिला दो, हम सब आपके साथ हैं। यह राजनीति करने का समय नहीं है।’

कड़ा जवाब देने का वक्त आ गया – मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कहा, ऐसे समय में जब आतंकवादियों ने हमारे साथी नागरिकों पर हमला किया है, देश के सभी 140 करोड़ लोगों ने इस हमले को दिल से लिया है। अब इसका कड़ा जवाब देने का समय आ गया है। उन्होंने कहा, ‘तेलंगाना राज्य से 4 करोड़ लोग और दुनिया के कम से कम 100 देशों के प्रतिनिधि एक साथ खड़े हैं और आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं। हम इस लड़ाई में अपने प्रधानमंत्री का समर्थन करेंगे।’

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इंदिरा गांधी ने मजबूती से जवाब दिया – रेड्डी

रेड्डी ने आगे कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी 1967 में जब हमारे चीन ने हमला किया तो इंदिरा गांधी ने मजबूती से जवाब दिया। फिर 1971 में जब पाकिस्तान ने हमला किया तो इंदिरा गांधी ने मुंहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बांग्लादेश का निर्माण किया।’ उन्होंने कहा, ‘अब पाकिस्तान को उसकी हरकतों के लिए जवाबी हमला करने का समय आ गया है। हमें निर्णायक कदम उठाने होंगे। बातचीत का समय खत्म हो चुका है। अब सही जवाब देने का समय आ गया है।’

ओवैसी ने भी कैंडल मार्च में भी लिया हिस्सा

इस मार्च में एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी और अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी हिस्सा लिया। ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘हम सभी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं। रेवंत रेड्डी और हजारों भारतीय नागरिकों के साथ, मैंने कायरतापूर्ण पहलगाम आतंकवादी हमले के खिलाफ एक कैंडल मार्च में भाग लिया।’ ‘हम कभी भी सिंधु जल संधि के पक्ष में नहीं रहे’, उमर अब्दुल्ला ने इसे बताया Most Unfair Document