UP News: उत्तर प्रदेश के अंबेडरकर नगर जिले से हैरान करने वाली खबर सामने आई है, जहां जालसाजों ने मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस से राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह की पुश्तैनी जमीन बेच डाली। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब जमीन के केयरटेकर ने उस जमीन पर निर्माण कार्य होते हुए देखा। इस मामले की शिकायत जिला मजिस्ट्रेट, और पुलिस के पास दर्ज कराई गई।

जानकारी के मुताबिक, अंबेडकर नगर के आलापुर तहसील के रामनगर महुवार गांव में 0.152 हेक्टेयर भूमि पार्सल प्लॉट संख्या 1335 K मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिंह के नाम पर पंजीकृत है। जमीन के केयर टेकर अनिल यादव ने बताया कि यह जमीन पहले उनकी मां अपर्णा देवी के नाम पर थी, जिसे उनकी मृत्यु के बाद दिग्विजय सिंह के नाम ट्रांसफर कर दिया गया था।

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रिटायर्ड पुलिस अधिकारी को बेच दी जमीन

जमीन के केयर टेकर अनिल यादव ने पुलिस प्रशासन को बताया कि अलापुर तहसील के केवटली गांव के निवासी राम हरक चौहान ने दिग्विजय सिंह बनकर 1989 में सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जियालाल और रामनगर महुवार निवासी राजबहादुर और मंगली को जमीन बेच दी।

जमीन खरीदने के बाद बायर्स के परिजनों ने जमीन पर निर्माण शुरू कर दिया था। अधिकारियों ने बताया कि तहसील प्रशासन ने निर्माण कार्य रोक दिया है और भूमि रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है।

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इस मामले मे अलापुर तहसील के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि जमीन अभी भी सिंह के नाम पर पंजीकृत है। तहसील सूत्रों ने कहा कि तीनों लोगों ने विक्रय पत्र के माध्यम से जमीन खरीदी थी, लेकिन राजस्व रिकॉर्ड में इसके नाम का बदलाव नहीं किया गया था।

अधिकारियों ने कहा कि सिंह ने म्यूटेशन के माध्यम से जमीन अपने नाम पर हस्तांतरित कर ली, जो एक कानूनी प्रक्रिया है जिसमें स्वामित्व में बदलाव होने पर भूमि रिकॉर्ड को अद्यतन करना शामिल है। यूपी से संबंधित अन्य सभी खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।