Devendra Fadnavis Next Maharashtra CM: देवेंद्र फडणवीस ही महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे। इस बात की पुष्टि भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने रविवार को की। सीनियर नेता ने कहा कि महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस का नाम तय हो गया है।

वरिष्ठ नेता ने कहा कि भाजपा विधायक दल का नया नेता चुनने के लिए बैठक 2 या 3 दिसंबर को होगी। यह बयान कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा भगवा पार्टी के शीर्ष नेताओं – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा लिए जाने वाले निर्णय को “बिना शर्त समर्थन” दोहराने के कुछ घंटों बाद आया।

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, वरिष्ठ भाजपा नेता ने पीटीआई-भाषा को बताया कि महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस का नाम तय हो गया है। भाजपा विधायक दल का नया नेता चुनने के लिए बैठक दो या तीन दिसंबर को होगी।

इससे पहले शिंदे ने उन अटकलों पर भी टिप्पणी की थी कि उनके बेटे श्रीकांत शिंदे को उपमुख्यमंत्री का पद मिल सकता है और उनकी पार्टी गृह मंत्रालय में चाहती है।

‘अजित पवार की NCP न होती तो पार्टी 90-100 सीटें जीत सकती थी’, मुख्यमंत्री को लेकर मचे घमासान के बीच शिंदे के नेता का बड़ा बयान

शिवसेना प्रमुख ने कहा कि महायुति के सहयोगी आम सहमति से सरकार गठन का फैसला करेंगे। एनडीए समूह में भारतीय जनता पार्टी, शिंदे की शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल हैं। शिंदे ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला कल यानी सोमवार 2 दिसंबर को किया जाएगा।

मोदी के मंत्री पहले ही लगा चुके थे देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर

रामदास अठावले ने न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में कहा है कि मुख्यमंत्री के चयन में देरी हो रही है और यह बात सही है और यह बात भी सही है कि पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नाराज हैं लेकिन मुख्यमंत्री चयन के मामले में अंतिम फैसला बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को लेना है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एकनाथ शिंदे स्पष्ट रूप से कह चुके हैं कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं और अजित पवार भी इसे लेकर अपनी राय रख चुके हैं ऐसे में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ही इस दौड़ में नजर आते हैं।

नाराजगी की चर्चाओं के बीच शिंदे चले गए थे गांव

बता दें, नाराजगी की चर्चाओं के बीच एकनाथ शिंदे ने रविवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि सोमवार को होने वाली बैठक में सब कुछ तय हो जाएगा। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उनकी पार्टी ने बीजेपी को समर्थन दिया है और मुख्यमंत्री पद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो भी कहेंगे उसे ही फाइनल माना जाएगा। शिंदे ने तीन दिन पहले गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और इसके बाद वह अपने गांव चले गए थे। तब से ही सोशल मीडिया से लेकर टीवी चैनलों पर यह चर्चा चल रही थी कि वह नाराज हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को भारी जीत मिलने की एक सप्ताह से ज्यादा समय बाद भी नई सरकार का गठन नहीं हुआ। चुनाव में बीजेपी 132 सीट के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। भाजपा ने घोषणा की है कि नहीं महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर की शाम दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में होगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें शामिल होंगे। हालांकि, बीजेपी सतर्कता के साथ कदम बढ़ा रही है क्योंकि उसके सहयोगी दलों, खासकर शिवसेना की इच्छाएं चुनाव में मिली भारी जीत के बाद काफी बढ़ गई हैं।

भाजपा को मिली बड़ी जीत

महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं। महायुति गठबंधन को 230 सीटों पर जीत मिली है। बीजेपी ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए अकेले दम पर ही 132 सीटें जीत ली हैं जबकि उसके सहयोगी दलों – एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने 41 सीटें जीतीं। जबकि महा विकास अघाड़ी (MVA) को भारी झटका लगा है। शिवसेना (यूबीटी) को 20, कांग्रेस को 16 और एनसीपी (शरद पवार गुट) को केवल 10 सीटें मिलीं।

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