Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को नागपुर में आरएसएस नेताओं के साथ बैठक की। इस दौरान फडणवीस ने नागरपुर के रेशिमबाग स्थित आरएसएस मुख्यालय डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर का दौरा किया।

एक सूत्र ने बताया, ‘फडणवीस और आरएसएस नेताओं के बीच बैठक संगठनात्मक मामलों से संबंधित थी, जिसमें महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों से पहले आरएसएस और भाजपा नेताओं में तालमेल बेहतर बनाने पर जोर दिया गया।

हालांकि, इस मुलाकात को लेकर आधिकारिक तौर पर न तो भाजपा और न ही आरएसएस इस बैठक पर कोई टिप्पणी करने को तैयार है। भाजपा के एक पदाधिकारी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस के नेतृत्व वाले सभी दक्षिणपंथी संगठनों के बीच समन्वय बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा की गई।

भाजपा 2024 के लोकसभा चुनावों में अपनी हार का कारण बनी कमियों को दूर करने के लिए आरएसएस और संबद्ध संगठनों के समर्थन पर निर्भर है, जिसमें भाजपा ने 28 में से केवल नौ सीटें जीतकर बहुत खराब प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली गठबंधन सहयोगी शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के साथ, यह 48 में से केवल 17 सीटें जीतने में सफल रही। जबकि विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने 30 सीटें जीतीं।

अक्टूबर में संभावित विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा अपनी चुनावी स्थिति सुधारने के लिए कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहती। पार्टी को महायुति के भीतर भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां शिंदे और अजित पवार दोनों ही अपने संगठन और चुनावी संख्या को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।

हालांकि राज्य सरकार ने पहले ही लाडली बहन योजना, किसानों को मुफ्त बिजली और युवाओं को वजीफा जैसी कई लोकलुभावन योजनाओं की घोषणा की है, लेकिन रणनीतिकारों का मानना ​​है कि आम जनता तक पहुंचने के लिए कार्यकर्ताओं के व्यापक समर्थन की आवश्यकता होगी।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि पार्टी 9 से 16 अगस्त तक एक आउटरीच कार्यक्रम की योजना बना रही है। इस अवधि के दौरान नेता और कार्यकर्ता सरकार द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक ले जाएंगे। पार्टी के एजेंडे में एक और मुद्दा एमवीए के प्रति बढ़ते मुस्लिम समुदाय के समर्थन का मुकाबला करना है।

पिछले महीने देवेंद्र फडणवीस ने मोहन भागवत से की थी मुलाकात

बता दें, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने पिछले महीने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की। फडणवीस 5 जुलाई की शाम को मुंबई से नागपुर पहुंचे और सीधा आरएसएस मुख्यालय गए थे। जहां उन्होंने लगभग एक घंटे तक भागवत से मुलाकात की थी। हालांकि फडणवीस और भागवत के बीच बैठक में क्या बातचीत हुई, इसका तत्काल पता नहीं चल पाया था, लेकिन यह मुलाकात ऐसे समय हुई, जब भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाना है।

देवेंद्र फडणवीस हालांकि अभी महाराष्ट्र में ही काम करना चाहते हैं, लेकिन भाजपा अध्यक्ष पद के लिए उनका नाम भी चल रहा है। बता दें, जब लालकृष्ण आडवाणी को जिन्ना विवाद के चलते भाजपा अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था। तब आरएसएस ने पार्टी को संभालने के लिए नागपुर से नितिन गडकरी को भेजा था। इस बार के लोकसभा चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा, इसलिए माना जा रहा है कि भाजपा के नये अध्यक्ष का नाम नागपुर से ही आयेगा। उल्लेखनीय है कि भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का विस्तारित कार्यकाल 30 जून 2024 को समाप्त हो चुका है।

‘पहले RSS की जरूरत थी, आज BJP सक्षम’

बता दें, करीब दो महीने पहले भाजपा के राष्ट्री अध्यक्ष जेपी नड्डा से एक इंटरव्यू के दौरान जब पूछा गया- पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय और अब के बीच RSS की स्थिति कैसे बदली है? इस सवाल के जवाब में जेपी नड्डा ने कहा था कि शुरू में हम अक्षम होंगे। थोड़ा कम होंगे। तब RSS की जरूरत पड़ती थी। आज हम बढ़ गए हैं और सक्षम हैं तो BJP अपने आप को चलाती है। यही अंतर है।