Sonia Gandhi in CPP Meeting: कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने कहा कि बार-बार चीनी घुसपैठ पर संसद में चर्चा भाजपा सरकार (BJP Government) का भागना लोकतंत्र (Democrasy) के प्रति उनके अनादर को दिखाता है। यह भाजपा (BJP) के इरादों को दिखाता है कि भाजपा देश को एक साथ लाने में अक्षम है। मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की बैठक के दौरान सोनिया गांधी ने यह बातें कही है ।
“चीन की लगातार घुसपैठ गंभीर चिंता का विषय”
कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की बैठक के दौरान सोनिया गांधी ने कहा कि भारत महत्वपूर्ण आंतरिक और बाहरी चुनौतियों का सामना कर रहा है। रुपए का दाम गिर रहा है। बेरोजगारी बढ़ रही है। सामाजिक ध्रुवीकरण, लोकतांत्रिक संस्थानों का कमजोर होना और बार-बार सीमा पर हो रही घुसपेठ देश के सामने बड़ी चुनौती हैं। सोनिया गांधी ने इस दौरान कहा कि चीन द्वारा लगातार घुसपैठ गंभीर चिंता का विषय है। “देश हमारे सैनिकों के साथ खड़ा है जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में इन हमलों को नाकाम कर दिया है । लेकिन सरकार संसद में इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति देने से इनकार कर रही है।
संसद में बहस से क्यों कतरा रहे हैं ?
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने इस दौरान सवाल किया कि जिस समय देश की संसद को देश को भरोसा देना चाहिए। भाजपा सरकार क्यों चर्चा करने से कतरा रही है ? चीन लगातार हम पर हमला क्यों कर रहा है ? इन हमलों का जवाब देने के लिए हमने क्या तैयारी की है ? भविष्य में चीन को घुसपैठ से रोकने के लिए सरकार की नीति क्या है?
सोनिया गांधी ने पूछा कि इन सवालों का जवाब आखिर कौन देगा ? सोनिया गांधी ने कहा कि चर्चा संसद को मजबूत बनाती है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार का यह कर्तव्य है कि वह जनता को सूचित करे और अपनी नीतियों और कार्यों की बारे में बताए। सोनिया गांधी ने इस दौरान कहा कि ऐसे मामले पर संसदीय बहस की अनुमति देने से इंकार करना हमारे लोकतंत्र के प्रति अनादर दर्शाता है।