Swaraj Abhiyan के नेता योगेंद्र यादव को गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वह उस दौरान दिल्ली गेट पर संशोधित नागरिकता कानून (CAA) और नेशनन रजिस्ट्रर ऑफ सिटीजन (NRC) और नेशनल पॉपुलेशन रजिस्ट्रर (NPR) के खिलाफ मानव श्रृंखला बना रहे थे। पुलिस ने इस दौरान उनके साथ धक्कामुक्की की और जबरन उन्हें खींच कर बस में साथ ले गई।
हिरासत में लिए जाने पर योगेंद्र यादव ने ट्वीट कर कहा ‘दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशन पर गांधी को याद करने के कारण पुलिस ने मुझे, प्रशांत भूषण और अन्य साथियों को हिरासत में लिया गया है। हमारे साथ कई महिलाओं को हिरासत में लिया गया, जबकि आसपास कोई महिला पुलिस नहीं है गांधी तेरे याद में, गांधी तेरे साथ में, चल पड़ा है देश हमारा.. वो तोड़ेंगे, हम जोड़ेंगे।’
वहीं प्रशांत भूषण ने इसे लोकतांत्रित भावनाओं के खिलाफ बताया। उन्होंने ट्वीट किया ‘दिल्ली पुलिस के मुताबिक हम महात्मा गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर याद नहीं कर सकते और राष्ट्र गान नहीं गा सकते। हमें गिरफ्तार कर लिया गया जबकि धारा 144 भी लागू नहीं थी। वहीं जामिया और जेएनयू में गुंडे बंदूक और लोहे की रॉड लहराते हैं लेकिन उनपर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती। क्या यही रूल ऑफ लॉ है।’
बता दें कि सीएए के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। दिल्ली के शाहीन बाग में लोग बीते 40 से ज्यादा दिनों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं जामिया में सीएए के खिलाफ मार्च निकाल रहे प्रदर्शनकारियों पर यह फायरिंग की गई। फायरिंग में शादाब नाम का युवक घायल हुआ जिसे मौके पर असप्ताल ले जाया गया। दिल्ली पुलिस ने कहा कि शादाब खतरे से बाहर है।