राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधित कानून के विरोधियों और समर्थकों के बीच हिंसा में सोमवार को हेड कॉनस्टेबल रतन लाल की मौत हो गई। रतन लाल ने बहादुरी से उपद्रवियों का सामना किया और लड़ते-लड़ते अपनी जान गंवा दी। शेखावाटी के रहने वाले रतनलाल विंग कमांडर अभिनंदन से प्रेरत थे। उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें उनका लुक विंग कमांडर अभिनंदन की तरह है। रतन लाल एक जांबाज और जिंदादिल पुलिसकर्मी थे। वह युवाओं को फौज या आर्मी में जाने के लिए प्रेरित किया करते थे।

घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों का कहना है कि वह भीड़ के बीच फंस गए थे और इस दौरान वह घायल हो गए जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां उनकी मौत हो गई। खबरों के मुताबिक जिस वक्त वह ड्यूटी पर तैनात थे। उस समय उनको बुखार था लेकिन रतन लाल ने स्वास्थ्य की चिंता छोड़ दिल्लीवासियों की सुरक्षा में अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।

रतन लाल की मौत की खबर उनके परिवार वालों को टीवी चनैल पर समाचार के जरिए मिली। राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर तिहवाली गाँव के निवासी रतन लाल 1998 में दिल्ली पुलिस में शामिल हुए। उन्होंने 2004 में जयपुर की रहने वाली पूनम से शादी की। उनके परिवार में पत्नी पूनम, एक बारह साल की बेटी, एक दस साल की बेटी और सात साल का बेटा है।

रतन लाल को जानने वाले बताते हैं कि वह शांतिप्रिय व्यक्ति थे और हिंसा और विवादों  से काफी दूर रहते थे। रतन लाल के भाई बताते हैं कि वह काफी सरल स्वभाव के थे और कभी किसी के साथ बुरा बर्ताव नहीं करते थे।

बता दें कि  नागरिकता संशोधित कानूून के खिलाफ  प्रदर्शन कर रहे लोगों और इस कानून के समर्थकों के बीच हिंसा भड़कने से अबतक कुल सात लोगों की मौत हो गई हैं। 7 लोगों में एक पुलिसकर्मी समेत 6 अन्य लोग शामिल हैं। दिल्ली में कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए मंगलवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और देश के गृहमंत्री अमित शाह के बीच बैठक हुई। इस घटना के बाद से पुलिस सक्रिय है और किसी भी अफवाह पर ऐतबार नहीं करने की हिदायत दी है।