देश की राजधानी दिल्ली के शुक्रवार रात एक दर्दनाक हादसा हो गया। गोकुलपुरी इलाके में झुग्गी-बस्ती में आग लग गई, जिसमें सात लोगों की झुलसकर जान चली गई। दिल्ली फायर सर्विस के बयान के मुताबिक, आग पर काबू पा लिया गया है, जबकि दमकल विभाग ने सात शव बरामद किए हैं। हालांकि, आग किस वजह से लगी? यह फिलहाल साफ नहीं हो पाया है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली के एडीसीपी देवाश कुमार पांडे ने पत्रकारों को इस हादसे के बारे में बताया, “तकरीबन एक बजे हमें आग लगने की सूचना मिली थी। हम इसके बाद मौके पर पहुंचे और दमकल विभाग को ख़बर दी। तकरीबन चार बजे आग पर क़ाबू पाया गया। हादसे में 30 झुग्गियां जलकर राख हो चुकी हैं और सात लोगों की मृत्यु हुई है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी की ओर से बताया गया कि राहत और बचाव कार्य के लिए मौके पर दमकल विभाग की 15 गाड़ियां भेजी गई थीं। सात शवों को मलबे से बरामद किया गया है, जबकि जिन्हें वहां से निकाला और बचाया जा रहा है, उनके लिए खाने और रहने का उचित बंदोबस्त किया जा रहा है।
स्थानीयों ने पत्रकारों को बताया कि सब कुछ एकदम से हुआ। वे लोग समझ ही नहीं पाए। आग लगने की जानकारी हुई, तो वे फटाफट वहां से भागे। कुछ लोगों ने इस हादसे में अपनों को खोया तो कई लोग जख्मी हुए।
दिल्ली फायर डायरेक्टर अतुल गर्ग ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया- जिन सात लाशों को बरामद किया गया है, उनकी पहचान नहीं की जा सकी है। ऐसा लगता है कि ये लोग घटना के समय सो रहे थे और वहां तेजी से फैलने वाली आग के बीच भाग नहीं सके। 60 झोपड़ियां पूरी तरह जलकर खाक हो गईं है। हम आग लगने के पीछे के कारणों का पता लगा रहे हैं।
इस बीच, गोकुलपुरी इलाके में घटनास्थल पर जांच के लिए फॉरेंसिक टीम भी पहुंची, जबकि पीड़ित परिवारों से दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल मिलने गए। वहां उन्होंने मृतकों के परिजन को मुआवजे का ऐलान किया।
सीएम ने कहा कि हर बड़े व्यक्ति की मौत पर परिजन को 10-10 लाख रुपए और बच्चे की मौत पर पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद मुहैया कराई जाएगी। वहीं, जिन लोगों की झुग्गियां जली हैं, उन्हें 25 हजार रुपए का मुआवजा मुहैया कराया जाएगा।