दिल्‍ली के टिकरी बॉर्डर पर पुलिस ने बैरिकेडिंग हटा दी है, जिससे अब लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। दिल्ली पुलिस और हरियाणा प्रशासन के बीच हुई मीटिंग के बाद ये फैसला लिया गया है। हालांकि अभी किसानों के मंच के पास की बैरिकेडिंग नहीं हटी है, इसलिए ट्रैफिक शुरू नहीं हुआ है। पुलिस ने कीलें और पत्थर भी हटा दिए हैं। पूरा रास्ता साफ होने में 2 दिन का वक्त लगेगा।

बता दें कि बीते साल नवंबर में जब कृषि कानूनों के विरोध में किसान इकट्ठा हुए थे, इस दौरान उन्होंने राजधानी के चारों ओर की सीमाओं पर प्रदर्शन किया था, जिसके बाद पुलिस ने बड़े बैरिकेड्स, मोटी कीलें और कंक्रीट से रास्ता बंद कर दिया था। किसानों को रोकने के लिए ये फैसला लिया गया था।

गौरतलब है कि सरकार का समर्थन करने वाले लोगों ने किसानों पर निशाना साधते हुए कहा था कि दिल्ली में कई जगहों पर हाईवे को जाम किया गया है, इससे जनता को असुविधा होती है, जिसके बाद इसी महीने की शुरुआत में किसानों ने सुप्रीम कोर्ट को ये जानकारी दी थी कि रास्ता पुलिस की तरफ से रोका गया है, किसानों की तरफ से नहीं।

बता दें कि इस बारे में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने हालही में केंद्र सरकार पर निशाना भी साधा था। उन्होंने कहा कि अगर सरकार हठधर्मी है तो किसान भी अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा है कि सरकार के बातचीत का हम किसान इंतजार कर रहे हैं। सरकार बात करे तो हम भी अपने घर जाएं।

कुछ दिन पहले दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने रास्ते से टेंट हटाया था। इसको लेकर राकेश टिकैत ने अपने मजाकिया अंदाज में कहा था कि दीपावली आ रही है, उसके पर्दे बदलने हैं। उन्होंने रास्ता रोकने पर कहा था कि रास्ता हमने नहीं दिल्ली पुलिस ने रोका हुआ है। हमने टेंट इसलिए हटाए, जिससे पुलिस की बैरिकेडिंग दिख सके। हम लोगों को दिखाना चाहते हैं कि हमने सड़क जाम नहीं की है।