दिल्ली दंगा मामले में दिल्ली पुलिस की भूमिका पर चर्चा के लिए आज विपक्ष के नेताओं ने राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की। कांग्रेस नेता अहमद पटेल, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई नेता डी राजा, डीएमके नेता कनिमोझी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सांसद मनोज झा ने दिल्ली पुलिस की जांच और पूछताछ के संबंध में राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा।
नेताओं ने कहा कि दिल्ली के दंगों को सीएए के विरोध से जोड़ा जा रहा है। राजनेताओं, कार्यकर्ताओं, अर्थशास्त्रियों, आम जनता और छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है। मुलाकात के बाद डीएमके की लोकसभा सांसद कनिमोझी ने कहा कि हम एक उचित और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। कनिमोझी ने कहा, ‘हमने राष्ट्रपति से एक उचित और निष्पक्ष जांच की मांग की। दिल्ली के दंगों को सीएए के विरोध से जोड़ा जा रहा है। राजनेताओं, कार्यकर्ताओं, अर्थशास्त्रियों, आम जनता और छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है।’
सीपीएम महासचिव डी राजा ने बताया था कि कांग्रेस के अहमद पटेल, सीपीआई के सीताराम येचुरी, डीएमके की कनिमोझी और राजद के मनोज झा राष्ट्रपति से दोपहर 12:30 बजे मुलाकात करेंगे। राजा ने कहा था, ‘हम दिल्ली दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस की जांच और पूछताछ के संबंध में एक ज्ञापन सौंपेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘हम उन्हें यह भी बताएंगे कि क्या हो रहा है। हम उनसे हस्तक्षेप का अनुरोध करेंगे।’
बता दें कि हाल ही में एक पूरक आरोपपत्र में, दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किए गए लोगों के बयानों का हवाला देते हुए मामले में अन्य कार्यकर्ताओं के साथ सीपीआइ(एम) महासचिव सीताराम येचुरी का नाम दिया था।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगा मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने रविवार रात को जवाहर लाल नेहरू के पूर्व छात्र उमर खालिद को गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को हुई लगातार 11 घंटे की पूछताछ के बाद उमर खालिद को यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया गया है।

