जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि लाल किला विस्फोट के बाद सभी कश्मीरियों को शक की निगाह से देखा जा रहा। उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के लोग केंद्र शासित प्रदेश से बाहर जाने में आशंकित रहते हैं क्योंकि कुछ लोगों की हिंसक गतिविधियों के कारण उन्हें शक की निगाह से देखा जाता है।
सीएम अब्दुल्ला ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में एक कार्यक्रम में कहा, “मौजूदा परिस्थितियों में शायद माता-पिता अपने बच्चों को बाहर भेजना पसंद नहीं करेंगे। जब हमें हर तरफ से शक की निगाहों से देखा जाता है, जब किसी और के कृत्य के लिए हमें बदनाम करने की कोशिश की जाती है, जब कुछ लोगों के किए की सजा सभी को देने की कोशिश की जाती है, तो जाहिर है कि हमारे लिए बाहर जाना मुश्किल हो जाता है।”
दिल्ली में जम्मू कश्मीर के रजिस्ट्रेशन वाली गाड़ी चलाना भी अपराध- उमर अब्दुल्ला
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह कहना अच्छा नहीं लगता लेकिन हम क्या कर सकते हैं, यही हकीकत है। ” उन्होंने कहा, “दिल्ली में (लाल किले के पास कार विस्फोट में) जो हुआ, उसके लिए कुछ ही लोग जिम्मेदार हैं लेकिन यह धारणा बनाई जा रही है कि हम सब इसके लिए जिम्मेदार हैं और हम सब इसमें शामिल हैं।”
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उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वह भी राष्ट्रीय राजधानी में जम्मू कश्मीर के पंजीकरण वाली अपनी गाड़ी निकालने से पहले दो बार सोचते हैं। उन्होंने कहा, “आज, दिल्ली में जम्मू कश्मीर के रजिस्ट्रेशन वाली गाड़ी चलाना भी अपराध माना जा रहा है। जब मेरे साथ ज्यादा सुरक्षाकर्मी नहीं होते तो मैं खुद सोचता हूं कि मुझे अपनी गाड़ी निकालनी चाहिए या नहीं क्योंकि मुझे नहीं पता कि कोई मुझे रोककर पूछेगा कि मैं कहां से हूं और वहां क्यों पहुंचा हूं।”
दिल्ली में ब्लास्ट
दिल्ली में 10 नवंबर को हुए कार विस्फोट में 12 लोगों की जान चली गई थी। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा, एनआईए और अपराध शाखा ने इस विस्फोट की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने विस्फोट के बाद से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत अकेले फरीदाबाद में जम्मू कश्मीर के 500 से अधिक लोगों की जांच की है। पढ़ें- अफगान – PoK हैंडलर्स से जुड़ा ‘बड़ा टेरर नेटवर्क’ बेनकाब
(इनपुट-भाषा)
