दिल्ली में 10 नवंबर की शाम करीब 6.30 बजे लाल किले के पास एक कार में बम विस्फोट हुआ। इस विस्फोट ने राष्ट्रीय राजधानी को दहला दिया। इस विस्फोट में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हैं। विस्फोट के तुरंत बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह धमाके वाली जगह पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जाएगी।
अमित शाह विस्फोट में घायल हुए लोगों से अस्पताल जाकर मिले। घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही विपक्ष के तमाम नेताओं ने इस पर दुख जताया। पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली बम धमाकों पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि साजिशकर्ताओं को छोड़ा नहीं जाएगा।
‘साजिश करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा’, दिल्ली बम धमाके पर बोले पीएम नरेंद्र मोदी
हुंडई i20 कार में हुआ धमाका
यह धमाका रेड लाइट पर एक सफेद रंग की हुंडई i20 कार में हुआ। धमाके के तुरंत बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच, दिल्ली स्पेशल ब्रांच और दिल्ली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और इसके बाद एनएसजी और एनआईए की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। बम धमाके के बाद दिल्ली, मुंबई, बिहार, हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया।
जांच में सीसीटीवी फुटेज में वह सफेद हुंडई i20 कार दिखाई दी। यह गाड़ी लाल किले के पास पार्किंग में तीन घंटे से ज्यादा समय तक खड़ी रही। जांच में पता चला कि दोपहर 3:19 बजे यह कार पार्किंग में आई और शाम लगभग 6:30 बजे बाहर निकली। सीसीटीवी में दिखा कि कार के ड्राइवर ने नीले और काले रंग की टी-शर्ट पहनी थी।
बम धमाके की घटना वाले दिन ही हरियाणा के फरीदाबाद में 2,900 किलोग्राम विस्फोटक का जखीरा बरामद हुआ था।
i20 कार के मालिक की तलाश में जुटी पुलिस
दिल्ली पुलिस ने हुंडई i20 कार के मालिक की तलाश शुरू की। इस कार का नंबर HR26 CE 7674 था। पुलिस को पता चला कि जिस कार में बम धमाका हुआ, उसे जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के एक शख्स को बेचा गया था। i20 कार के असली मालिक मोहम्मद सलमान का पता लगाया। सलमान ने पुलिस को बताया कि उसने यह कार जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के रहने वाले तारिक नाम के एक शख्स को बेच दी थी।
ब्लास्ट में इस्तेमाल i20 कार के ड्राइवर की हुई पहचान, कश्मीर से है कनेक्शन
मोहम्मद सलमान ने कहा कि उसने गाड़ी किसी और को बेच दी थी और फिर पुलिस ने आरटीओ के साथ मिलकर गाड़ी के मालिक का पता लगाना शुरू किया। जांच में पता चला कि कार एक से ज्यादा मालिकों के पास जा चुकी थी और कश्मीर के पुलवामा के उमर नबी के पास पहुंच गई। उसने 29 अक्टूबर को i20 कार को खरीदा था।
पुलिस ने की ताबड़तोड़ गिरफ्तारी
विस्फोट से पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हरियाणा के फरीदाबाद और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से दो डॉक्टरों को आतंकवादी समूहों जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवतुल हिंद से संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया था। पुलवामा के डॉ मुज़म्मिल अहमद गनई और काज़ीगुंड के डॉ आदिल मजीद राथर को गिरफ्तार किया गया। गनई फरीदाबाद के अल फलाह अस्पताल में काम करता था वहीं, राथर सहारनपुर के फेमस मेडिकेयर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में था।
डॉ आदिल की गिरफ्तारी के बाद सहारनपुर अस्पताल के डॉक्टरों को नहीं हो रहा यकीन
डॉ आदिल मजीद राथर की गिरफ्तारी के बाद सहारनपुर के अस्पताल में उसके साथ काम करने वाले डॉक्टर और स्टाफ का कहना है कि उन्हें कभी शक नहीं हुआ कि उसका किसी आतंकी संगठन से संबंध हो सकता है।
कौन हैं ‘आतंकी मॉड्यूल’ के भंडाफोड़ में गिरफ्तार किए गए 7 लोग?
पुलिस ने कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया। यहां क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर। इसके अलावा लाल किला विस्फोट मामले में फरीदाबाद में रहने वाली डॉक्टर शाहीन शाहिद की भी गिरफ्तारी हुई।
इस बीच बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूटान के दौरे से दिल्ली पहुंचे और LNJP अस्पताल में घायलों से मिले।
पुलिस को हरियाणा मे मिली कार
इस दौरान दिल्ली पुलिस ने एक कार की शिद्दत से तलाश की। पुलिस ने कई राज्यों में इस कार की तलाश के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया था क्योंकि यह कार उमर नबी के नाम पर रजिस्टर है। पुलिस को यह कार फरीदाबाद के खंडावली गांव में एक फार्महाउस में मिली। क्लिक कर पढ़िए पूरी खबर।
मोदी सरकार ने बुधवार को निंदा प्रस्ताव पारित किया और दिल्ली बम धमाकों को जघन्य आतंकी घटना बताया।
