दिल्ली में 9 साल की बच्ची से कथित रेप और हत्या के मामले को लेकर एक बार फिर महिला सुरक्षा को लेकर बहस छिड़ गई है। बच्ची के कथित रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई और परिवार की सहमति के बिना ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मामले में मुख्य आरोपी राधे श्याम समेत लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे और उन्होंने बच्ची के साथ न्याय की बात की। इस घटना पर 2012 में गैंगरेप की शिकार निर्भया (मृत) की मां आशा देवी ने अपना गुस्सा जाहिर किया है।

उन्होंने कहा है कि ऐसे मामले इसलिए कम नहीं होते क्योंकि सभी सरकारें एक-दूसरे पर आरोप मढ़कर अपना पल्ला झाड़ लेती हैं। आज तक के शो में बोलते हुए आशा देवी ने कहा, ‘जब भी ऐसा कोई केस सामने आता है तो सब लोग एक दूसरे पर दोष डालकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। जब भी घटना होती है हम खाली बहस करते हैं। सब लोग एक दूसरे पर दोष डालकर किनारे हो जाते हैं।’

उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे देश में इस तरह की घटनाएं इसी वजह से होती हैं। कोई इस पर काम नहीं करता, कोई किसी के लिए खड़ा नहीं होता। क्योंकि सबको अपना अपना पल्ला झाड़ना है। वो कह देंगे कि उनके राज्य में हुआ, इनके राज्य में हुआ। इसी वजह से क्राइम नहीं कम हो रहा, न ही कभी कम होगा।’

 

 

उन्होंने कहा कि सिर्फ समाज की सोच बदलने से ऐसा नहीं होगा बल्कि नेताओं की सोच भी बदलनी चाहिए। वो बोलीं, ‘हम कहते हैं कि समाज की सोच बदलेगी लेकिन मैं कहती हूं कि जब तक हमारे नेताओं की, प्रतिनिधियों की सोच नहीं बदलेगी तब तक कभी क्राइम नहीं रुकेगा। कहीं न कहीं हमारे सरकारें अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही हैं।’

 

क्या है दिल्ली रेप का पूरा मामला- 9 जुलाई को शाम के वक्त 9 साल की बच्ची पुराने नांगल श्मशान घाट पर पानी भरने गई थी और वो नहीं लौटी। उसकी मां ने जब तलाश शुरू की तब पता चला कि उसकी बच्ची शमशान घाट में मृत पाई गई। वहां पंडित द्वारा बताया गया कि बच्ची की मौत करंट लगने से हुई जिसके बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

परिजनों ने पुलिस के समक्ष बच्ची के साथ रेप के बाद हत्या का आरोप लगाया जिसके बाद इस मामले में मुख्य आरोपी राधे श्याम समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया। एससीएसटी एक्ट, पॉक्सो एक्ट और आईपीसी की धारा 376, 302, 342, 201, 506, और 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।