Delhi Polls: नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) ने बुधवार को बीजेपी प्रत्याशी परवेश वर्मा के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने का आदेश दिया दिया। परवेश वर्मा के खिलाफ यह कार्रवाई आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामले में की गई है। परवेश वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को जूता वितरति किए थे। जिसको लेकर आम आदमी पार्टी ने सवाल खड़े किए थे।
इस बीच, वर्मा ने बुधवार को नई दिल्ली सीट से अपना नामांकन दाखिल किया, जहां उनका मुकाबला 5 फरवरी को होने वाले दिल्ली चुनाव में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित से होगा। नामांकन दाखिल करने से पहले वर्मा ने चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर और वाल्मीकि मंदिर में पूजा-अर्चना की।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आरओ ने कहा कि उन्हें मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन के पास वाल्मीकि मंदिर के धार्मिक परिसर में नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को जूते वितरित करने के लिए परवेश साहिब सिंह वर्मा के खिलाफ शिकायत मिली थी। पत्र में कहा गया है कि शिकायतकर्ता ने दो वीडियो भेजे हैं, जिनमें परवेश साहिब सिंह वर्मा महिलाओं को जूते बांटते नजर आ रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल ने किया था पलटवार
परवेश वर्मा के महिलाओं को जूते बांटने पर दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने निशाना साधा। केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी दिल्ली के लोगों को खरीदना चाहती है। दिल्ली के लोगों का अपमान कर रही है। बीजेपी को क्या लगता है कि जूते बांटने से वो दिल्ली के लोगों को खरीद लेगी?
वहीं, आम आदमी पार्टी ने भी वर्मा के महिलाओं को जूते पहनाने वाला वीडियो एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “क्या चुनाव आयोग को लोकतंत्र की हत्या होती हुई नहीं दिख रही? एक तरफ नई दिल्ली विधानसभा से बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा खुलेआम सड़कों पर जूते बांट रहे। उसका फोटो और Video बनवा रहे। वहीं दूसरी तरफ़ जिला निर्वाचन अधिकारी (DM) कह रहे हैं कि ऐसा कुछ हो ही नहीं रहा है। खुलेआम आचार संहिता के उल्लंघन के इस वीडियो के बाद भी अगर चुनाव आयोग इसपर कार्रवाई नहीं करता है तो फिर चुनाव और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का क्या मतलब रह जाता है।
कौन हैं परवेश वर्मा?
परवेश वर्मा की बात करें तो वह पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। परवेश अपने बयानों से अक्सर विवादों में रहते हैं। वह लगातार केजरीवाल सरकार को अलग-अलग मुद्दों पर घेरते भी नजर आते थे। यमुना के गंदे पानी को लेकर उन्होंने केजरीवाल सरकार पर जमकर निशाना साधा था।
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