दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा की जांच जारी है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने लाल किले में हुई हिंसा में शामिल कुछ कथित दंगाइयों की तस्वीरें जारी की हैं। बताया गया है कि पुलिस ने जांच में तेजी दिखाते हुए कुछ लोगों की पहचान फेशियल एनालिटिक्स के जरिए की है।

जानकारी के मुताबिक, सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) की ओर से मिले सीसीटीवी फुटेज की मदद से 42 संदिग्धों की पहचान हुई है। इसके अलावा वॉट्सऐप वीडियो से भी 20 संदिग्धों को पहचाना गया है। बता दें कि दिल्ली में हुई हिंसा के आरोपियों को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस ने पहले ही छापे मारने तेज कर दिए हैं। फिलहाल लाल किले की हिंसा से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, हो सकता है कि कुछ संदिग्ध दिल्ली से भागकर दूसरे राज्यों में छिपे हों।

पुलिस का कहना है कि हिंसा में शामिल कुछ लोग अपने घर भी चले गए हैं। जिन दो लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है, उनमें एक की पहचान धर्मेंद्र सिंह हरमन के तौर पर हुई है, जिसे 26 जनवरी की दंगे वाली वीडियो फुटेज में लाल किले के पास ही देखा गया था। पुलिस धार्मिक झंडे को लाल किले में लगाने के मामले में भी उसकी भूमिका की जांच कर रही है।

गौरतलब है कि पुलिस ने दिल्ली हिंसा मामले में अब तक कुल 124 लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही 44 एफआईआर भी दर्ज की हैं। इसके अलावा 4 सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी केस दर्ज किए गए हैं और कंपनियों को इनसे किसान आंदोलन से जुड़े आक्रामक और अवैध पोस्ट्स हटाने के लिए कहा है।

लाल किला हिंसा मामले में पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। दीप सिद्धू ने पहले भी वीडियो जारी करते हुए कहा था कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और उन्हें किसी भी तरह का कोई डर नहीं है। उन्हें पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू, जुगराज सिंह समेत चार लोगों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित किया है। इसके अलावा हिंसा में शामिल चार अन्य लोगों पर 50-50 हजार का इनाम रखा है। दिल्ली पुलिस ने हिंसा की जांच के लिए ज्वाइंट कमिश्नर बीके सिंह के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) का गठन किया है।