दिल्ली में मंगलवार को हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी सड़कों पर उतर आए। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने वकीलों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर के सामने धरना दिया। वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इस मुद्दे पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को निशाने पर लिया है। दोनों ही राजनैतिक पार्टियों ने पूरे विवाद पर अमित शाह की चुप्पी पर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पुलिस राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रही है! क्या ये भाजपा का ‘नया भारत’ है?

सुरजेवाला ने कहा कि “बीते 72 सालों में यह नई गिरावट है कि पुलिस राजधानी की सड़कों पर धरना दे रही है। भाजपा इस देश को कहां ले जा रही है? भारत के गृहमंत्री अमित शाह कहां हैं?” कांग्रेस प्रवक्ता ने अमित शाह से अपील की कि ‘वह आगे आएं और हमें बताएं कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए आप क्या कर रहे हैं?’

वहीं पुलिसकर्मियों के धरने-प्रदर्शन के चलते आम आदमी पार्टी ने भी केन्द्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ‘भाजपा ने दिल्ली पुलिस को इतना करीब कर लिया है कि हमें लगता है कि हम एक पुलिस राज्य में रह रहे हैं। पुलिस को कानून व्यवस्था को लेकर संवेदनशील रहना चाहिए। पुलिस अधिकारी काफी अहंकारी हैं। दिल्ली पुलिस अब एक राजनैतिक विंग में तब्दील हो गई है और ऐसा लगता है कि वह भाजपा की आर्म्ड विंग के तौर पर काम कर रही है।’

अमित शाह को निशाने पर लेते हुए आप नेता ने कहा कि “दिल्ली में कानून व्यवस्था की खराब स्थिति केन्द्रीय गृहमंत्री की अक्षमता को दिखाती है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अमित शाह दिल्ली में कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह से फेल हुए हैं। दिल्ली में कानून व्यवस्था बीते 70 सालों में अपनी सबसे खराब स्थिति में है। वहीं शाह राज्य सरकारों को बनाने और गिराने में व्यस्त हैं।”

बता दें कि बीते दिनों दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में दिल्ली पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। इसके बाद से दिल्ली पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। इसी को लेकर पुलिसकर्मियों ने आज पुलिस हेडक्वार्टर के सामने धरना दिया। फिलहाल शीर्ष पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद पुलिसकर्मियों ने यह धरना बंद कर दिया है।