दिल्ली में हुए आतंकी हमले के बाद से सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा बन चुकी है। हाल ही में पुलिस ने 28 नवंबर से 8 दिसंबर के बीच पूरी राजधानी का सुरक्षा ऑडिट किया है। इस दौरान कुल 175 ऐसी जगहों को चिह्नित किया गया है, जहां सुरक्षा के लिहाज से गंभीर खामियां सामने आई हैं। इनमें गेस्ट हाउस, शॉपिंग मॉल, सिनेमा हॉल, पार्किंग एरिया, भीड़भाड़ वाले बाज़ार और सार्वजनिक स्थल शामिल हैं।

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि समीक्षा के दौरान दिल्ली के ज्यादातर पार्किंग एरिया की गहन जांच की गई। रेड फोर्ट धमाके के बाद जांच में यह भी सामने आया था कि उमर मोहम्मद, हुंडई i20 कार में टी-5 पार्किंग एरिया में करीब तीन घंटे तक मौजूद था। वहां से निकलने के बाद वह नेताजी सुभाष मार्ग की ओर गया और रेड फोर्ट की दिशा में बढ़ा। इसी दौरान रास्ते में धमाका हुआ।

पुलिस अधिकारी के मुताबिक, जब पार्किंग एरिया की समीक्षा की गई तो पाया गया कि कई जगहों पर तैनात प्रशासनिक कर्मचारी यूनिफॉर्म में नहीं थे और कुछ के पास वैध पहचान पत्र भी नहीं थे। इसी तरह दक्षिण दिल्ली के एक मशहूर मॉल में भी प्रवेश द्वार पर पर्याप्त सुरक्षा जांच व्यवस्था नहीं पाई गई और बैगेज स्कैनिंग जैसी प्रक्रियाएं सही ढंग से लागू नहीं थीं।

अधिकारी ने यह भी बताया कि इस तरह की समीक्षा और ऑडिट आम प्रक्रिया का हिस्सा होते हैं और इन्हें एंटी-टेरर प्रिपेयर्डनेस के लिए बेहद अहम माना जाता है। ऑडिट के दौरान सबसे ज्यादा सुरक्षा संबंधी शिकायतें दक्षिण-पश्चिम दिल्ली क्षेत्र से सामने आईं। दूसरे नंबर पर उत्तर-पश्चिम दिल्ली रहा, जबकि तीसरे पायदान पर दक्षिण-पूर्वी जिला रहा।

सभी जिलों की पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि जहां-जहां सुरक्षा में खामियां सामने आई हैं, वहां के जिम्मेदार अधिकारियों और प्रबंधन को इसकी जानकारी दी जाए और तत्काल प्रभाव से सुधारात्मक कदम उठाए जाएं। दिल्ली धमाके की बात करें तो 8 नवंबर को रेड फोर्ट के पास एक i20 कार में विस्फोट हुआ था। इस आतंकी हमले में 13 लोगों की मौत हुई थी, जबकि कई अन्य लोग घायल हुए थे।

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