दिल्ली पुलिस ने बुधवार (13 फरवरी, 2019) को वकील और एमबीए छात्र सहित तीन लोगों को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से कम से कम 510 एलईडी टीवी भी बरामद किए हैं। आरोपियों ने एलईडी टीवी बेचने के नाम पर अलग डीलर्स से उधार लिए और बाद में भाग गए। पुलिस ने बताया कि सोनीपत में एक गोदाम से ये एलईडी टीवी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने संदिग्धों की पहचान 53 वर्षीय वकील विकास, उसके एमबीए ग्रेजुएट सहयोगी हरेंद्र (33) और 12वी ड्रॉप आउट प्रवीण (33) के रूप में की। तीनों हरियाणा के सोनीपत के ही निवासी बताए जाते हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों में विकास पूर्व में सोनीपत कोर्ट में कानून की प्रेक्टिस कर रहा था जबकि हरेंद्र दवाई सप्लाई करने का काम करता था। हालांकि पुलिस ने तीसरे संदिग्ध के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी। मामले में डीसीपी (क्राइम) राजेश देव ने बताया कि पुलिस को तीनों के बारे में एक दुकानदार शशिकांत गुप्ता से गुप्त सूचना मिली। आरोपियों को पकड़ने के लिए सोनीपत स्थित एक इमारत की घेराबंदी की गई और आरोपियों को 510 से ज्यादा एलईडी टीवी सेट्स के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। देव ने बताया, ‘पूछताछ में विकास ने माना कि उसने बहुत सा पैसा क्रिकेट मैच में सट्टा लगाकर गंवा दिया। सट्टे में पैसा लगाने की वजह से करीब छह महीना पहले उसे 40-45 रुपए का नुकसान हुआ।’ पुलिस अधिकारी के मुताबिक जुए में हारे पैसे वापस पाने के लिए उसने इलेक्ट्रोनिक आइटम्स का व्यापार शुरू किया और टीवी डीलर्स और दुकानदारों को धोखा देने की फैसला लिया।
पुलिस के मुताबिक आरोपी ने अपने प्लान को अंजाम देने के लिए फर्जी पहचान और सिम कार्ड प्राप्त किए। इसके बाद वह अनिल नाम के आदमी संग जुड़ गया। अनिल अभी फरार है। मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि अनिल ने आरोपी की खूब मदद की और उसी ने नकली दस्तावेजों का जुगाड़ कर दिल्ली में एक दुकान किराए पर ले ली। पकड़े ना जाएं इसके लिए संदिग्धों ने अपना फर्जी नाम रख लिया और दुकान में इसी नाम से सभी एक दूसरे को पुकारते। आरोपी शुरू में दुकानदारों से नकद एलईडी टीवी खरीदते और बाद में क्रेडिट आधार पर माल खरीदते। मगर जनवरी के आखिरी सप्ताह में उन्होंने 700 स्मार्ट टीवी अलग-अलग दुकानदारों से खरीदे। टीवी क्रेडिट कार्ड पर खरीदे गए। बाद में आरोपी दुकान बंद कर फरार हो गए।