दिल्ली में एक हफ्ते तक प्रदूषण का स्तर गंभीर रहने के बाद एयर क्वालिटी में थोड़ा सुधार हुआ है लेकिन यह अभी भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार गुरुवार सुबह नौ बजे दिल्ली में AQI 376 दर्ज किया गया। इस सबके बीच नवंबर हाल के वर्षों में दिल्ली में सबसे प्रदूषित महीना रहा है। इस हफ्ते एक्यूआई 500 के करीब पहुंच गया इसलिए कई लोग जहरीली हवा से बचने के लिए शहर से बाहर जा रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों में एयर क्वालिटी में गिरावट के बीच, जो ‘गंभीर से अधिक’ श्रेणी में पहुंच गई है, दिल्ली सरकार ने अपने आधे कर्मचारियों को घर से काम करने का आदेश दिया और प्राइवेट सेक्टर से भी ऐसा करने का आग्रह किया। सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए राजधानी में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण IV के तहत प्रतिबंध भी लागू किए। जिसके कारण कई लोग प्रदूषण से बकने के लिए दिल्ली-एनसीआर छोड़ कर कुछ दिनों के लिए बाहर जा रहे हैं।
हॉलिडे ट्राइब के सह-संस्थापक चिराग गोयल ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि पिछले महीने के दौरान दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) से छुट्टियों की मांग में 15 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। गोयल ने कहा, “आगामी छुट्टियों के साथ बुकिंग में स्वाभाविक वृद्धि हुई है। हमने पिछले महीने दिल्ली-एनसीआर से बुकिंग की मांग में 15 प्रतिशत की वृद्धि देखी है, जिसमें यात्री भारत के भीतर नैनीताल, उत्तराखंड और दार्जिलिंग जैसे पहाड़ी स्थलों और बाली, सिंगापुर और थाईलैंड जैसे अंतरराष्ट्रीय जगहों की तलाश कर रहे हैं।”
देश में आने वाले विदेशी पर्यटकों पर नहीं प्रदूषण का ज्यादा प्रभाव
गुड़गांव स्थित ट्रैवल-टेक कंपनी के सह-संस्थापक ने कहा, “मांग में यह वृद्धि संभवतः दिल्ली-एनसीआर में फ्लेक्सी-वर्किंग और ऑनलाइन स्कूलिंग के कारण हो सकती है।” उन्होंने कहा, “देश में आने वाले विदेशी पर्यटकों पर इसका प्रभाव उतना महत्वपूर्ण नहीं है क्योंकि यात्रा की योजनाएँ समय से पहले बनाई जाती हैं और पर्यावरणीय कारकों के कारण अंतिम समय में योजनाओं में बदलाव करना मुश्किल होता है।”
मदुरा ट्रैवल सर्विस के प्रबंध निदेशक श्रीहरन थानाबलन ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि अभी अपेक्षाकृत कम लोग दिल्ली जाना चाहते हैं। चेन्नई स्थित ट्रैवल एजेंसी के थानाबलन ने कहा, “मुझे लगता है कि वे प्रदूषण से बचना चाहते हैं। वे यात्रा के लिए केरल या तमिलनाडु को प्राथमिकता देते हैं ।” एक अन्य ट्रैवल एजेंसी के अधिकारी ने बताया, “दिल्ली से बाहर जाने वाले लोगों की संख्या में उछाल आया है लेकिन यह पिछले साल भी इसी महीने में देखी गई उछाल के समान ही है।”
दिल्ली का AQI बेहद गंभीर
रविवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई, जिसके कारण अधिकारियों को ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) 4 के तहत उपाय लागू करने पड़े। सोमवार और मंगलवार को वायु गुणवत्ता और भी खराब हो गई और अत्यधिक गंभीर श्रेणी में पहुंच गई और एक्यूआई 450 से अधिक हो गया। बुधवार तक एक्यूआई में मामूली सुधार हुआ लेकिन यह गंभीर श्रेणी में ही बना रहा। इन उपायों में निर्माण और तोड़ फोड़ की गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध और स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेज शुरू करना शामिल है।
दिल्ली में GRAP-4 लागू
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने अतिरिक्त प्रतिबंध भी लागू किए हैं, जिनमें दिल्ली और राजधानी से सटे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के जिलों में सिर्फ बीएस-चार वाहनों और आवश्यक या आपातकालीन सेवाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले वाहनों को छोड़कर चार पहिया डीजल हल्के मोटर वाहनों (एलएमवी) के परिचालन पर प्रतिबंध शामिल है। डीजल से चलने वाले मध्यम और भारी मालवाहक वाहनों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, सिवाय आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले वाहनों के। अपवाद स्वरूप आवश्यक सेवाओं के वाहन को छोड़कर केवल इलेक्ट्रिक और सीएनजी ट्रकों को ही अनुमति दी गई है।