बीआरएस नेता के कविता (K Kavitha) ने अपनी गिरफ्तारी के मद्देनजर ईडी के समन को चुनौती देने वाली अपनी याचिका मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट से वापस ले ली है। दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार BRS नेता के कविता ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका वापस ले ली है। के कविता की तरफ से कहा गया है कि अब वो गिरफ्तार हो चुकी हैं, ऐसे में ED समन को चुनौती देने वाली याचिका निष्प्रभावी हो गई है। इस वजह से वह अपनी याचिका वापस लेना चाहती हैं, जिससे वह कानून में मौजूद उपायों को अपना सकें।

बीआरएस नेता के वकील ने जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की अगुवाई वाली पीठ के समक्ष कहा कि वे ईडी के समन को चुनौती देने वाली अपनी याचिका वापस ले रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी के कविता को याचिका वापस लेने की इजाजत दे दी है। दरअसल, दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में बीआरएस नेता की तरफ से ईडी के समन को चुनौती देने वाली याचिका 18 मार्च 2024 को दाखिल की गई थी। के कविता ने इस दौरान अपनी गिरफ्तारी को अवैध बताया था लेकिन अब उन्होंने अपनी याचिका वापस ले ली है।

सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की थी याचिका

के कविता ने अपनी याचिका में अपनी रिमांड को भी चुनौती देते हुए कहा था कि रिमांड आदेश आर्टिकल 141 का पालन नहीं करता है, जिसमें कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा घोषित कानून भारत के क्षेत्र के भीतर सभी अदालतों पर बाध्यकारी होगा। के कविता ने अपनी याचिका में पीएमएलए अधिनियम की धारा 19 (1) को भी चुनौती दी।

ईडी का दावा- आप नेताओं के साथ मिलकर रची साजिश

इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को दावा किया कि बीआरएस एमएलसी के कविता ने दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति निर्माण और कार्यान्वयन में लाभ पाने के लिए अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया सहित आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ साजिश रची और वह भुगतान करने में शामिल थीं। इन एहसानों के बदले आप नेताओं को 100 करोड़ दिये गए थे।

शराब नीति घोटाला मामले में ईडी ने के कविता को 15 मार्च को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था। के कविता के हैदराबाद स्थित घर पर ईडी ने छापेमारी के कुछ घंटों के बाद उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया था। दरअसल शराब नीति घोटाला मामले में के कविता ने ईडी के कुछ समन को नजरअंदाज कर दिया था। बार-बार तलब किए जाने के बाद भी वह पेश नहीं हुईं थीं जिसके बाद ईडी ने उनके घर पर छापेमारी की थी। गिरफ्तारी के समय के कविता के भाई और तेलंगाना के पूर्व मंत्री केटी रामा राव और ईडी के अधिकारियों की टीम के बीच जमकर बहस भी हुई थी।