दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका देते हुए वरिष्ठ मंत्री कैलाश गहलोत ने इस्तीफा दे दिया है। कैलाश गहलोत दिल्ली सरकार में गृह, परिवहन, आईटी और महिला एवं बाल विकास समेत प्रमुख विभागों के प्रभारी थे। हालांकि पिछले महीने ही दिल्ली के छतरपुर से विधायक करतार सिंह तंवर ने भी AAP छोड़ दी थी।

आम आदमी पार्टी छोड़ने वाले नेताओं की खबरें तो सुर्खियां बना रही है लेकिन इस बीच दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल साइलेंटली बीजेपी को पटखनी देने की तैयारी कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने पिछले कुछ हफ्तों में बीजेपी के तीन बड़े नेताओं को आम आदमी पार्टी में शामिल कराया है।

AAP ने बीजेपी को दिए तीन बड़े झटके

केजरीवाल ने अनिल झा को तोड़ा: अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी के दो बार के पूर्व विधायक रहे अनिल झा को आम आदमी पार्टी में शामिल कराया। अनिल झा किराड़ी के बड़े नेता माने जाते हैं। अनिल झा 2008 और 2013 में बीजेपी के टिकट पर विधायक भी चुने जा चुके थे। हालांकि 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2020 में अनिल झा ने AAP के उम्मीदवार ऋतुराज झा को कड़ी टक्कर दी थी। हालांकि करीब 6000 वोटों से चुनाव हार गए थे। अब अरविंद केजरीवाल ने अनिल झा को पूर्वांचल का सबसे बड़ा नेता बताते हुए उनका पार्टी में स्वागत किया है। निश्चित तौर केजरीवाल का ये कदम बीजेपी के लिए बड़ा झटका है।

Delhi Minister Kailash Gahlot Resigns: कौन हैं कैलाश गहलोत? दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले क्यों छोड़ी AAP

ब्रह्म सिंह तंवर ने छोड़ी बीजेपी: 2 हफ्ते पहले अरविंद केजरीवाल ने छतरपुर और महरौली से बीजेपी के बड़े नेता को आम आदमी पार्टी में शामिल करवाया था। ब्रह्म सिंह तंवर तीन बार के पूर्व विधायक और बीजेपी के बड़े नेता माने जाते हैं। ब्रह्म सिंह तंवर की पहचान बीजेपी के बड़े गुर्जर नेताओं में होती है। 2020 के चुनाव में ब्रह्म सिंह तंवर करीब साढ़े तीन हजार वोटों के करीबी अंतर से हारे थे। लेकिन जैसे ही भाजपा ने छतरपुर से AAP के विधायक करतार सिंह तंवर को तोड़ा, उसके तुरंत बाद अरविंद केजरीवाल ने ब्रह्म सिंह तंवर को AAP में शामिल करवा लिया। माना जा रहा है कि ब्रह्म सिंह तंवर को आम आदमी पार्टी छतरपुर से चुनाव लड़ा सकती है।

बीवी त्यागी भी हुए AAP के: वैसे इसी महीने 4 नवंबर को आम आदमी पार्टी में बीजेपी के पार्षद रहे लक्ष्मी नगर के बड़े नेता बीवी त्यागी भी शामिल हो गए। बीवी त्यागी दो बार के भाजपा पार्षद और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में नेता सदन रह चुके हैं। इसके अलावा स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बीवी त्यागी लक्ष्मी नगर के जमीनी नेता माने जाते हैं और उनके क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। बीवी त्यागी भाजपा की ओर से टिकट की रेस में भी चल रहे थे लेकिन आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले ही उन्हें अपने दल में शामिल करा लिया। यह भी बीजेपी के लिए बड़ा झटका है।

आम आदमी पार्टी के इन तीनों कदमों से यह स्पष्ट है कि पार्टी का फोकस हर एक विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के बड़े नेताओं पर है। किसी न किसी तरीके से आम आदमी पार्टी उन्हें अपने पाले में करना चाहती है। ताकि भाजपा जमीनी स्थिति पर कमजोर हो।