दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले 600 से ज्यादा ऑटो रिक्शा और टैक्सी चालकों पर चुनावी विज्ञापन दिखाने पर जुर्माना लगाया गया है। पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि भारत के चुनाव आयोग के आदेश पर मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन करने पर यह कार्रवाई की गई है। पुलिस ने कॉमर्शियल वाहनों से 700 से अधिक ऐसे पोस्टर हटवाए हैं। वाहन चालकों का कहना है कि वे सिर्फ अपने नेताओं का समर्थन कर रहे हैं। उन्हें इस बारे में नए यातायात नियमों के बारे में जानकारी नहीं थी।

आधे से अधिक आरोपी AAP के समर्थन वाले पोस्टर ले जा रहे थे: ड्राइवरों पर 1,000 से 2,000 रुपए तक का जुर्माना लगाया गया है। पुलिस के मुताबिक आधे से अधिक आरोपी आम आदमी पार्टी (AAP)का समर्थन करने वाले पोस्टर ले जा रहे थे। मंगलवार को ऐसे 163 वाहन पकड़े गए और 500 से अधिक बुधवार को पकड़े गए। डीसीपी (पीसीआर) शरत कुमार सिन्हा ने कहा, “हमने पूरे शहर में पुलिस टीमों को तैनात किया है। ड्राइवरों को अदालत में चालान पेश करना होगा और जुर्माना भरना होगा।”

Hindi News Live Hindi Samachar 17 January 2020: पढ़ें आज की बड़ी खबरें

‘आई लव केजरीवाल’ लिखने पर भी हुई कार्रवाई : मध्य दिल्ली के एक ऑटोरिक्शा चालक राकेश शाह (37) ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “मुझे दरियागंज के पास बुधवार को पकड़ा गया था। मैं लाउडस्पीकर या पोस्टर नहीं ले जा रहा था। मेरी गाड़ी के पीछे केवल एक लाइन लिखी थी कि ‘आई लव केजरीवाल।’ इसे आप विज्ञापन कैसे कह सकते हैं? ऐसा लिखने के लिए मुझे कोई पैसा नहीं मिला है। गाड़ी में यह एक साल से लिखा है और किसी ने कभी कुछ नहीं कहा। क्षेत्र में ऐसे कई लोग हैं जो ई-रिक्शा का उपयोग करते हैं और अन्य दलों के लिए जोर से गाने बजाते हैं। लेकिन पुलिस केवल हमें ही क्यों निशाना बना रही है?”

पूछा पुलिस ने हमें इस कानून के बारे में पहले क्यों नहीं बताया : क्षेत्र के एक अन्य ऑटो रिक्शा चालक ने शिकायत की कि उसे और उसके दोस्तों को गाड़ी पर मोदी के चेहरे वाले पोस्टर लगाने पर पुलिस ने फटकारा था। “पुलिस ने हमें इस कानून के बारे में पहले क्यों नहीं बताया? कई स्थानीय नेता हमें ऑटो पर एक विज्ञापन ले जाने के लिए 200 से 400 रुपए देते हैं। लेकिन चालान के बाद अब कोई भी हमारे पास नहीं आएगा। नेता हमें केवल विज्ञापन लगाने के लिए भुगतान करते हैं। जब हम पकड़े जाते हैं, तो वे जुर्माना नहीं भरते हैं। हम 1,000- 2,000 रुपए का भुगतान कैसे करेंगे? ”

पुलिस ने कहा ड्राइवरों को बताया गया था : पुलिस ने कहा कि कॉमर्शियल वाहनों के ड्राइवरों – ऑटो-रिक्शा, टैक्सी और अन्य (ई-रिक्शा सहित) को चुनाव से पहले आदर्श आचार संहिता के बारे में सूचित किया गया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “लोग जानते हैं कि इसकी अनुमति नहीं है। वे अब भी कुछ पैसे के लिए ऐसे पोस्टर और विज्ञापन लगाते हैं।”