दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 की तारीख नजदीक होने के साथ ही राजनीतिक पार्टियां अपनी कमर कसती नजर आ रही हैं। इस चुनावी रण में पार्टियां कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं। दिल्ली चुनाव में बीजेपी पूरे ताकत के साथ चुनाव में उतर रही है। बीजेपी दिल्ली का चुनाव में राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व के भरोसे फतह करना चाहती है।

यही नहीं बीजेपी ने दो हफ्तों में 5000 रैलियों का मेगा प्लान भी बनाया है। अनाधिकृत कॉलोनियों का मालिकाना हक देने की प्रक्रिया भले ही केंद्र सरकार ने शुरू कर दी हो लेकिन बीजेपी इस काम के इतर नागरिकता संशोधित कानून , अनुच्छेद 370, 35 ए हटाने और राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर जनता से वोट चाहती है।

पार्टी के एक सीनियर नेता का कहना है कि विपक्ष ने नागरिकता संशोधित कानून को लेकर काफी अफवाह फैलाई है जिसकी वजह से हिंसा हो रही है। पार्टी के सीनियर नेता ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने यह तय किया है कि पार्टी लोगों के बीच में जाएगी और अनुच्छेद 370, 35 ए , ट्रिपल तलाक के साथ-साथ नागरिकता संशोधित कानून को लेकर वोट की अपील करेगी।

उन्होंने कहा कि यह पार्टी की उपलब्धियां हैं। इससे पहले बीजेपी आम आदमी पार्टी को अनाधिकृत कॉलोनियों को वैध करने में हो रही देरी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई थी।पार्टी के एक सीनियर नेता का कहना है कि पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जा रहे हैं और लोगों को कई मुद्दों के बारे में आगाह कर रहे हैं। पार्टी के नेता का कहना है कि अगले दो हफ्ते में पार्टी ने 5000 छोटी रैलियां और पदयात्रा का आयोजन कर रही है।

बुधवार को जारी की गई 40-स्टार प्रचारकों की सूची के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, पार्टी महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, केंद्रीय गृह मंत्री, और सीएम – योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश), मनोहर लाल खट्टर (हरियाणा), त्रिवेंद्र सिंह रावत (उत्तराखंड) और जय राम ठाकुर (हिमाचल प्रदेश) पार्टी की रैलियों में शामिल होंगे।

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