नई दिल्ली से देहरादून जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में भीषण आग लग गई। आग का पता चलने पर लोको पायलट और गार्ड ने ट्रेन को रोक दिया। ट्रेन के उस कोच को बाकी ट्रेन से अलग कर दिया गया और फिर सभी 35 यात्रियों को बाहर निकाला गया। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।

टीवी रिपोर्ट के मुताबिक शॉर्ट सर्किट की वजह से शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन की सी-5 बोगी आग की चपेट में आई। गनीमत ये रही कि इस दुर्घटना में किसी भी यात्री को नुकसान नहीं पहुंचा है। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि शताब्दी एक्सप्रेस की जिस बोगी में आग लगी, उससे सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक यह दुर्घटना दोपहर 12 बजे के बाद राईवाला और कंसरो रेलखंड पर घटी। दिल्ली से देहरादून जा रही 02017 अप शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन में हरिद्वार के निकट कंसरो स्टेशन के पास आग लगी। गाड़ी तेज गति से चल रही थी। इस वजह से आग थोड़ी देर में ही बेकाबू हो गई। ट्रेन के सी-5 बोगी की खिड़कियों से आग की ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगीं।

ट्रेन में आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। फायर ब्रिगेड के कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। टीवी रिपोर्ट के मुताबिक हादसे के बाद जिस बोगी में आग लगी थी, उसे ट्रेन से काटकर अलग कर दिया गया। इसके बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना कर दिया गया। रेलवे का कहना है कि आग लगने के कारणों की जांच के लिए एक समिति बनाई जाएगी।

उधर, सोशल मीडिया पर जैसे ही ट्रेन में आग लगने की खबर फैली लोगों ने उस पर रिएक्ट करना शुरू कर दिया। कुछ लोग यात्रियों की सलामती की दुआ कर रहे थे तो कुछ इसके लिए रेलवे और सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे थे। एक व्यक्ति का कहना था कि रेल किराए के नाम पर सरकार जी भर के वसूली कर रही है, लेकिन ट्रेनों में इंतजाम बद से बदतर होते जा रहे हैं। सरकार हर चीज को निजी हाथों में सौंपना चाहती है।