यह बीते दो साल में जनवरी में दिल्ली में दर्ज सबसे कम न्यूनतम तापमान भी है। मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारी आरके जेनामणि ने संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुरुवार को कई पहाड़ी इलाकों से ज्यादा ठंड दिल्ली में दर्ज की गई।
गुरुवार को पंजाब, हरियाणा-दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड रही। भीषण ठंड से गुजर रहे उत्तर भारत को अगले 48 घंटे में सर्दी से कुछ राहत मिलने के आसार है। ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से शुक्रवार से पहाड़ों में हल्की बारिश व बर्फबारी की संभावना है। जेनामणि ने बताया कि दिल्ली में न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और अधिकतम तापमान औसत से तीन डिग्री नीचे 16.5 डिग्री रहा।
उन्होंने कहा कि चूंकि पहाड़ों में प्रदूषण व कोहरा कम है, इसलिए पहाड़ों में धूप नीचे तक पहुंच रही है जबकि दिल्ली सहित जनसंख्या घनत्व वाले इलाके में प्रदषण बाकी पेज 8 पर कोहरा या और घना है जिससे दिल्ली सहित इन मैदानी इलाकों को सूरज की पूरी गर्मी नहीं मिल पा रही है। जिससे तापमान दिन का भी औसत से नीचे है। दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में गुरुवार को सुबह घना कोहरा छाया रहा।
राष्ट्रीय राजधानी में सुबह साढ़े पांच बजे दृश्यता घट कर 50 मीटर तक रह गई। चंडीगढ़ विभाग के मुताबिक, शून्य से 50 मीटर तक दृश्यता ‘बहुत घने कोहरे’, 51 मीटर से 200 मीटर तक ‘घने कोहरे’, 201 मीटर से 500 मीटर तक ‘मध्यम कोहरे’ और 501 मीटर से 1000 मीटर तक दृश्यता ‘हल्के कोहरे’ की श्रेणी में आती है।
हवाईअड्डा की ओर से जारी परामर्श में कहा गया है कि फिलहाल सभी उड़ानों का परिचालन सामान्य है। दिल्ली की सफदरजंग वेधशाला में गुरुवार को पारा तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि बुधवार को वहां न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस और मंगलवार को 8.5 डिग्री सेल्सियस रहा था। वहीं आयानगर 14.9 व 2.2 डिग्री तापमान के साथ सबसे ठंडा स्थान रहे।
लोदी रोड व रिज के दोनों मौसम केंद्रों पर न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार सात जनवरी से उत्तर-पश्चिम भारत के एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में आने के कारण सर्दी से थोड़ी राहत मिल सकती है।