दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने अब अरविंद केजरीवाल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस बीच आईफोन निर्माता Apple से ईडी ने कुछ विशेष जानकारी मांगी है। ईडी के पास मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ उनके निजी कंप्यूटर या डेस्कटॉप के रूप में कोई इलेक्ट्रॉनिक सबूत नहीं है, लेकिन उनके चार मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं। 21 मार्च को उनकी गिरफ्तारी की रात उनके आवास में लगभग 70,000 रुपये पाए गए लेकिन उसे ईडी ने वहीं रख दिया। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अपना आईफोन बंद कर दिया है और अपना पासवर्ड भी शेयर नहीं किया है।
मामले से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मुख्यमंत्री ने पूछताछ के दौरान कहा है कि उनके टेलीफोन डेटा और चैट तक पहुंच से ईडी को AAP की ‘चुनावी रणनीति’ और गठबंधनों के बारे में जानकारी मिल जाएगी।
एप्पल ने दिया ये जवाब
ऐसा माना जाता है कि ईडी ने सीएम के आईफोन तक पहुंच प्राप्त करने के लिए फोन के निर्माताओं एप्पल से आधिकारिक तौर पर संपर्क किया लेकिन उसे बताया गया है कि किसी भी डेटा को प्राप्त करने के लिए पासवर्ड जरूरी है। मुख्यमंत्री ने ईडी को बताया है कि यह फोन लगभग एक साल से उनके पास है और 2020-2021 में शराब नीति का मसौदा तैयार करते समय वह जिस फोन का उपयोग कर रहे थे, वह अब उनके पास नहीं है।
जब केजरीवाल ईडी की हिरासत में थे, तब उनसे रोजाना 5 घंटे पूछताछ होती थी। लेकिन अब वह तिहाड़ जेल में रहेंगे। इस बीच अरविंद केजरीवाल ने जेल में पढ़ने के लिए 3 किताबों की मांग की है।
एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मामले में प्रेडीकेट ऑफेंस दर्ज किया है। ईडी रिमांड के अनुसार सीएम केजरीवाल पर नई शराब नीति के माध्यम से धन शोधन करने और अवैध रूप से 100 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाया गया है। इसमें से 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कथित तौर पर गोवा में AAP के 2021-22 के चुनाव अभियान के लिए किया गया था। अपनी हिरासत के दौरान सीएम केजरीवाल का जेल में बंद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पूर्व पीएस सी अरविंद से भी सामना कराया गया।