दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी के सात विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों ने बताया कि ये विधायक चुनाव के लिए टिकट न दिए जाने से नाराज थे और अन्य दलों के संपर्क में थे। कुछ विधायकों ने सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे शेयर किए और भ्रष्टाचार और अन्य मुद्दों को लेकर AAP पर निशाना साधा। इन्हीं विधायकों में से एक त्रिलोकपुरी से पार्टी विधायक रोहित मेहरौलिया ने भी आप और पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
रोहित मेहरौलिया ने अरविंद केजरीवाल को लिखे अपने लेटर में कहा, “मैं अन्ना आंदोलन के समय, अपनी 15 साल पुरानी नौकरी छोड़कर, यह सोचकर आपके साथ जुड़ा था कि हजारों सालों से छुआछूत, भेदभाव और शोषण का दंश झेलते आ रहे मेरे समाज को आप शायद बराबरी का दर्जा व सामाजिक न्याय दिलाकर बाबा साहेब के सपनों को सरकार करेंगे।”
त्रिलोकपुरी से आप विधायक के अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप
रोहित ने आगे लिखा, “आपने कई बार सार्वजनिक मंचों से यह कहा था कि जब हम सत्ता में आएंगे तो दलित समाज / वाल्मीकि समाज के लोगों को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करेंगे और ठेकेदारी प्रथा को पूरी तरह से बंद करेंगे। आपकी बात पर भरोसा करके मेरे समाज ने एक तरफा आपको लगातार समर्थन दिया, जिसके बूते पर दिल्ली में तीन-तीन बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनी। बावजूद इसके ना तो ठेकेदारी प्रथा बंद हुई और ना ही 20-20 साल से कच्ची नौकरी पर काम करने वाले लोगों को पक्का किया गया।”
आप विधायक ने अपने लेटर में लिखा, “कुल मिलाकर आपने मेरे समाज के लोगों के साथ होने वाले भेदभाव और शोषण को रोकने के लिए अभी तक कुछ नहीं किया बल्कि आपने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए मेरे समाज को केवल वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया है। जब-जब मैंने विधानसभा के सदन के पटल पर और पार्टी की बैठकों में अपने समाज से जुड़े अहम मुद्दों को रखने का प्रयास किया तो मेरी आवाज को दबाने की कोशिश की गई।”
AAP को बड़ा झटका! 7 विधायकों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा
विधायक रोहित मेहरौलिया का इस्तीफा
त्रिलोकपुरी विधायक ने यह भी लिखा, “जब आपने मीडिया के सामने आकर 8500 MCD सफाई कर्मचारियों को पक्का करने का दावा किया, तो बस मैंने आपसे पक्के हुए सफाई कर्मचारियों की लिस्ट की मांग ली जो आपको पसंद नहीं आया। लगातार अपनी अनदेखी के बावजूद भी मैंने आंदोलन से लेकर आज तक एक अनुशासित सिपाही की तरह निःस्वार्थ भाव से पार्टी की सेवा की है और अपने खून-पसीने से खींच कर पार्टी को यहां तक पहुंचाने में अपना योगदान दिया है। आज उपरोक्त कही बातों से आहत होकर मैं बहुत ही दुखी और भारी मन से आम आदमी पार्टी के सभी पदों से और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ।
AAP के 7 विधायकों का इस्तीफा
वहीं, कस्तूरबा नगर से मौजूदा विधायक मदन लाल ने शुक्रवार को दावा किया कि उन्होंने और पार्टी के 6 अन्य विधायकों ने आप की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मदन लाल ने कहा कि उन्होंने अपना त्यागपत्र दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल को भी भेज दिया है। इस्तीफा देने वाले आप विधायकों में भावना गौड़ (पालम), नरेश यादव (महरौली), रोहित महरौलिया (त्रिलोकपुरी) और पवन शर्मा (आदर्श नगर) भी शामिल हैं। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच फरवरी को मतदान होगा और मतगणना आठ फरवरी को होगी।